विमुद्रीकरण के कारण भारतीय बाजारों में उपभोक्ता के पास नगदी कम होने से बाजार में भारी गिरावट जारी है। 8 नवम्बर की शाम को लिये भारत सरकार के एक हजार और 500 की नोटों को बंद किये जाने के फैसले से अभी कुछ और दिन ये गिरावट बने रहने की आशंका जताई जा चुकी है।
देश के शेयर बाजारों में मंगलवार को लगातार सातवे दिन भी आश्यचर्यजनक भारी गिरावट देखी गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 514.19 अंकों की गिरावट के साथ 26,304.63 पर और निफ्टी 187.85 अंकों की गिरावट के साथ 8,108.45 पर बंद हुआ।
बाॅम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 9.21 अंकों की गिरावट के साथ 26,809.61 पर खुला और 514.19 अंकों या 1.92 फीसदी गिरावट के साथ 26,304.63 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में सेंसेक्स ने 26,809.61 के ऊपरी और 26,253.63 के निचले स्तर को छुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी सुबह 11.45 अंकों की गिरावट के साथ 8,284.85 पर खुला और 187.85 अंकों या 2.26 फीसदी गिरावट के साथ 8,108.45 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 8,288.55 के ऊपरी और 8,093.20 के निचले स्तर को छुआ।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेज गिरावट देखी गई। मिडकैप 487.00 अंकों की गिरावट के साथ 11,977.02 पर और स्मॉलकैप 583.06 अंकों की गिरावट के साथ 11,902.01 पर बंद हुआ।
बीएसई के सभी 19 सेक्टरों में से केवल एक सेक्टर सूचना प्रौद्योगिकी (0.30 फीसदी) में तेजी देखी गई। बीएसई के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे आधारभूत सामग्री (5.71 फीसदी), रियल्टी (5.13 फीसदी), वाहन (5.07 फीसदी), धातु (4.75 फीसदी) और उपभोक्ता गैरअनिवार्य वस्तुएं एवं सेवाएं (4.67 फीसदी)।
स्रोतः आईएएनएस
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