विशाखापट्टनम: ब्लैक टाइगर झींगा या एशियन झींगा को दुनिया के ज्यादातर देशों के स्वाद के शौकीन खूब पसंद करते हैं और भारत झींगा का एक प्रमुख उत्पादक है। अब अमेरिका ने भारतीय झींगा से एंटी डंपिग ड्यूटी हटा दी है। इससे निर्यात को काफी बढ़ावा मिलने की संभावना है।
सीफूड एक्सपोर्टर एसोसिएसन ऑफ इंडिया (एसइएआइ) के कंसल्टैंट के. शिवकुमार ने आईएएनएस को बताया, "इससे किसानों को लाभ होगा तथा भारत में समुद्री उत्पाद उद्योग को रफ्तार मिलेगी।"
शिवकुमार के मुताबिक, अमेरिकी वाणिज्य विभाग ने इस साल सितंबर की शुरुआत में ही शुल्क हटा दिया था। इसके बाद समुद्री खाद्य का निर्यात बढ़कर साल 2020 तक 10 अरब डॉलर होने की संभावना है।
वित्त वर्ष 2015-16 के दौरान 4.68 अरब का समुद्री खाद्य निर्यात किया गया, जिसमें ब्लैक झींगा की हिस्सेदारी 3.09 अरब डॉलर या 20,045 करोड़ रुपये थी। देश में पिछले साल कुल 71,400 टन झींगा का उत्पादन हुआ।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अधीन एक सांविधानिक निकाय समुद्री उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एमपीइडीए) के अध्यक्ष ए. जयतिलक ने कहा, "भारत में अमेरिका के हवाई की तरह एक केंद्रीय प्रजनन केंद्र की स्थापना की जा रही है, जो एक-दो साल में काम करने लगेगा।
इसके अलावा हम पैसिफिक व्हाईट झींगा का उत्पादन देश के स्वाभाविक रूप से खारे क्षेत्रों जैसे हरियाणा और पंजाब के कुछ इलाकों में शुरू करने जा रहे हैं।"
एसइएआई के मुताबिक, हरियाणा के रोहतक में पैसेफिक व्हाईट का उत्पादन सफल रहा है। इसे अब बड़े पैमाने पर शुरू किया जाएगा।
(आईएएनएस)
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