कोच्चि, 4 जनवरी (आईएएनएस)| जायफल, जावित्री, जीरा और लहसुन की लदान में भारी वृद्धि होने के कारण भारत से मसालों के निर्यात में वित्तीय वर्ष 2016-17 की पहली छमाही में मात्रा में 5 प्रतिशत की वृद्धि और इसी अवधि के दौरान मूल्य में 7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए मसालों का निर्यात 8415.97 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान इसी अवधि में कुल 7,892.65 करोड़ रुपये के मसालों का निर्यात किया गया था।
मसालों का निर्यात अप्रैल-सितम्बर 2016 के दौरान 4,37,360 टन हुआ जबकि वित्तीय वर्ष 2015-16 की पहली छमाही में यह 4,14,780 टन ही था।मिर्च ने 1,65,000 टन लदान और 2,307.75 करोड़ रुपये के उपार्जन के साथ अप्रैल-सितंबर 2016 के दौरान सबसे अधिक निर्यात किए जाने वाले मसाले में शीर्ष स्थान पाया।लहसुन के निर्यात में इस अवधि के दौरान हुई समग्र वृद्धि ने मसाला निर्यात में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसमें मूल्य के संदर्भ में 132 प्रतिशत और मात्रा में 55 प्रतिशत वृद्धि हुई।जायफल और जावित्री के निर्यात में पिछले साल की तुलना में मात्रा में 81 प्रतिशत की वृद्धि और मूल्य में 69 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।जीरा के निर्यात में 49 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई और इसमें 68,600 टन तक की बढ़ोतरी हुई जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में 45,894 टन जीरे का निर्यात किया गया था।बड़ी सौंफ, अजवाइन के अलावा हल्दी ने भी अप्रैल-सितंबर 2016 के कुल मसालों के निर्यात में महत्वपूर्ण योगदान दिया।-- आईएएनएस
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