महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को चीन में पढ़ने का अवसर देना चाहते है। चीन के शिआन स्थित नॉर्थ-वेस्ट विश्वविद्यालय । यह जानकारी मध्य चीन के शिआन स्थित यह विश्वविद्यालय शिक्षा विद्यापीठ एवं विदेशी भाषा एवं अंतरराष्ट्रीय अध्ययन केंद्र के अंतर्गत चीनी विभाग के विभाग के शिक्षक, शोधार्थियों और विद्यार्थियों से मिलने के बाद यह दिया।
आपको बता दें कि शिआन शहर, चीन के षानषृ प्रदेश की राजधानी है और चीन के सबसे पुरानी राजधानी थी। चीन के वर्तमान राष्ट्रपति शि चिनफिङ इस शहर के रहनेवाले है और 2015 में भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी इस शहर में चीनी राष्ट्रपति से मुलाकात की।
ऐतिहासिक रुप से प्रसिद्ध यह शहर ‘रेशम पथ’ के लिए जाना जाता है जहाँ टेराकोटा मुजियम प्रसिद्ध है । सन 1902 में नॉर्थ-वेस्ट विश्वविद्यालय स्थापित हुआ था और जिनको एक ‘ग्लोबल विश्वविद्यालय’ के रुप में जाना जाता है जहाँ 2500 से अधिक शिक्षक, लगभग 26000 विद्यार्थी एवं 800 अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थी अभी मौजुद है ।
25 -26 नवंबर, 2016 कोलकाता में चीनी कन्सुलेट ऑफिस द्वारा एक ‘चीन उच्चशिक्षा एक्सपो का आयोजन किया गया था जिसमे चीन से लगभग 30 से अधिक प्रथम स्तरीय विश्वविद्यालय के साथ साथ नॉर्थ-वेस्ट विश्वविद्यालयों ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया था।
इस अवसर पर उन्होंने वर्धा स्थित महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में चीनी विभाग और अन्य विद्यार्थियों के साथ मिलने की इच्छा जाहीर की और इस संदर्भ में एक तीन-सदस्यीय प्रतिनिधि मण्डल जिसमे प्रोफेसर षन हुङ, अंतरराष्ट्रीय आदानप्रदान विभाग के निदेशकय प्रोफेसर रन होएल्येन, अंतरराष्ट्रीय संस्कृति आदानप्रदान विद्यापीठ के अधिष्ठाता एवं अजय कुमार, बौद्ध अध्ययन विभाग के शोधार्थी विश्वविद्यालय भ्रमण किया था और आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया था।
शिक्षा विद्यापीठ के प्रभारी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर गोपाल कृष्ण ठाकुर, विदेशी भाषा एवं अंतरराष्ट्रीय अध्ययन केंद्र के प्रभारी डॉ. रवि कुमार और चीनी भाषा के सहायक प्रोफेसर अनिर्बाण घोष ने चीनी प्रतिनिधि मण्डल का स्वागत किया और शिक्षा विद्यापीठ के समस्त शिक्षकों ने चीनी प्रतिनिधि मण्डल से मिला । उन्होंने अपने विश्वविद्यालय से परिचित कराया और शिक्षा विद्यापीठ के शिक्षक अपना वक्तव्य पेश किया ।
प्रोफेसर रन होएल्येन अपने विश्वविद्यालय के गतिविधियाँ के बारे मे शिक्षा विद्यापीठ के विद्यार्थियों के समक्ष पावर पॉईंट प्रेजेंटेशन दिया और भारतीय विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को वहाँ पढ़ने का अवसर देने की बात कही । कार्यक्रम का संचालन शिक्षा विद्यापीठ की सहायक प्रोफेसर शिवा शुक्ल ने किया ।
चीनी प्रतिनिधि मण्डल शिक्षा विद्यापीठ के वरिष्ठ प्रोफेसर गोपाल कृष्ण ठाकुर को एक स्मृतिचिह्न प्रदान किया और शिक्षा विद्यापीठ के और से मनोविज्ञान के सहायक प्रोफेसर डॉ. अमित त्रिपाठी, प्रबंधन विभाग के सहायक प्रोफेसर अनुभव त्रिपाठी एवं शिक्षा विभाग के सहायक प्रोफेसर सुहासिनी वाजपेयी ने चीनी प्रतिनिधि मण्डल को अपने विश्वविद्यालय के और से चरखा प्रदान किया। इस कार्यक्रम में शिक्षा, प्रबंधन, योग, संगीत आदि विभाग से विद्यार्थी उपस्थित थे ।
भाषा विद्यापीठ में चीनी विद्यार्थीयों के साथ चीनी प्रतिनिधि मण्डल का एक कार्यक्रम हुआ जिसका संचालन जापानी भाषा के सहायक प्रोफेसर सन्मति जैन ने किया । प्रोफेसर रन होएल्येन एवं अजय कृष्ण ने अपने विश्वविद्यालय के गतिविधियाँ के बारे में पावर पॉईंट प्रेजेंटेशन दिया और फिल्म दिखायी।
इस सफर के दौरान चीनी विश्वविद्यालय की ओर से विद्यार्थियों को बीच अकादमिक व सांस्कृतिक आदानप्रदान, स्कॉलरशिप वृत्ति प्रदान, शिक्षकों को लिए पोस्ट-डॉक्टरेट फेलोशिप, शैक्षनिक भ्रमण, चीनी भाषा पड़ने के लिई विशेष सुविधा प्रदान के बारे में चर्चा की।
|
Comments: