शोधकर्ताओं ने एक नया तरीका ढूंढा है, जिससे लिथियम बैटरियों की ऊर्जा क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। ये बैटरियां स्मार्टफोन, टैबलेट और अन्य पोर्टेबल डिवाइस में इस्तेमाल की जाती है। इस नई खोज से बैटरियों की क्षमता में 10 से 30 फीसदी तक का इजाफा हो सकता है। कोलंबिया इंजीनियरिंग के मटीरियल्स साइंस एंड इंजीनिरिंग के सहायक प्रोफेसर यूयान यांग ने इस बैटरी को विकसित किया है जो उत्पादन में सस्ती और लंबे समय तक चलनेवाली है।
जब लिथियम बैटरियों को पहली बार चार्ज किया जाता है तो वे पहले चरण में 5 से 20 फीसदी ऊर्जा खो देती है।यूयान का कहना है, "हमारे डिजायन के माध्यम से हम इस खोई हुई ऊर्जा को वापस पाने में कामयाब हुए हैं और हमारा मानना है कि हमारे इस तरीके में पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिक वाहनों में इसमें इस्तेमाल होनेवाली बैटरियों की चलने के समय में वृद्धि करने की अपार क्षमता है।"
यांग का दल पर बैटरियों के ऊपर लगाई जानेवाली पॉलीमर कोटिंग की मोटाई को कम करने पर काम कर रहा है, ताकि यह ज्यादा जगह ना घेरे।येल विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान के अस्सिटेंट प्रोफेसर हेलियांग वांग का कहना है।
हालांकि वह शोध में शामिल नहीं थे, "तीन परत का इलेक्ट्रोड ढांचा एक स्मार्ट डिजायन प्रतीत होता है जो एंबियन्ट कंडीशन में लिथियम धातु इलेक्ट्रोड के प्रसंस्करण में सक्षम बनाता है।"यह शोध नैनो लेटर्स जर्नल में प्रकाशित किया गया है।
--आईएएनएस
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