नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)| इंडियन डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएशन (आईडीएसए) ने दो दशक पूरे कर लिए हैं और उसने कहा है कि 2020 तक 90 लाख लोगों को व्यापार के अवसर उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
आईडीएसए के दो दशक पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में महासचिव अमित चड्ढा ने कहा, "हम 2019-20 तक डायरेक्ट सेलिंग कारोबार में लगभग 90 लाख लोगों को व्यापार अवसर उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया है। महिलाएं इस उद्योग का मजबूत आधार स्तम्भ बनी रहेंगी।"
उन्होंने कहा कि महिलाओं के साथ ही अधिक से अधिक पुरुषों को व्यापार के अवसर प्रदान करने पर भी हमारा ध्यान रहेगा। यह आईडीएसए और उद्योग के शेयरधारकों के बीच एक सहयोगात्मक प्रयास के माध्यम से संभव हो सकता है।
चड्ढा ने शुक्रवार को कहा, "1996 में केवल कुछ सदस्यों से शुरुआत करने वाले एक संघ आईडीएसए, ने अपनी सदस्यता के आधार में उल्लेखनीय वृद्धि की है। यह उन आवाजों और चिंताओं को उठाने का एक मंच है जो न केवल सदस्यों को लाभान्वित करता है, बदले में बड़े पैमाने पर उद्योग को भी लाभान्वित करता है।
फैसिलिटेटर की भूमिका निभाकर, आईडीएसए अपने सदस्यों को उद्योग में योगदान करने और अपने स्वयं के व्यवसाय के प्रदर्शन में सुधार लाने में सहायता भी प्रदान करता है।"आईडीएसए के अध्यक्ष जितेंद्र जगोटा ने कहा, "प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग में 2019-20 तक 15,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने की विशाल क्षमता है।
उद्योग अपने कार्य-बल के कौशल में योगदान के अलावा, लाखों भारतीय लोगों को स्व-रोजगार के अवसर भी प्रदान करता है।"जगोटा ने कहा, "पिछले 20 वर्षो में प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग का सामाजिक-आर्थिक प्रभाव बहुत विशाल हो गया है। प्रत्यक्ष बिक्री के सबसे अच्छे योगदानों में से एक महिलाओं का सशक्तिकरण है।
यह महिलाओं को अपने समय का प्रबंधन करने और अपने काम और निजी जीवन के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए लचीलापन देते हुए, स्व-रोजगार के माध्यम से आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने का अवसर प्रदान करता है।"आईडीएसए के उपाध्यक्ष विवेक कटोच ने प्रत्यक्ष बिक्री दिशानिर्देश जारी करने के लिए सरकार का शुक्रिया अदा किया।
उन्होंने यह भी कहा कि उपभोक्ताओं के साथ-साथ उद्योग के हितों में दिशा निदेशरें की कुछ धाराओं में आगे स्पष्टीकरण की आवश्यकता है।
--आईएएनएस
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