नई दिल्ली, 20 अक्टूबर (आईएएनएस)| आधुनिक प्रौद्योगिकी के महत्व पर जोर देते हुए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने गुरुवार को कहा कि उसका इस्तेमाल सरकार को प्रभावी ढंग से सबसे गरीब व्यक्ति तक पहुंचने में समर्थ बनाएगा। 28 वें महालेखाकार सम्मेलन का यहां उद्घाटन करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि प्रशासन तेजी से बदल रहा है और आधुनिक प्रौद्योगिकी सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ वंचितों एवं समाज के आर्थिक रूप से बहिष्कृत वर्ग तक प्रभावी ढंग से मिलना सुनिश्चित करेगी।
मुखर्जी ने नियंत्रक एवं माहलेखा परीक्षक (कैग) की भूमिका की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान के निर्माताओं ने देश के प्रशासन एवं जवाबदेही ढांचे के तहत सरकारी अंकेक्षण की भूमिका को प्रमुखता से रखा है।राष्ट्रपति ने प्रसिद्ध वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन के कथन का हवाला दिया, 'सवाल उठाना बंद नहीं हो यह महत्वपूर्ण है।' उन्होंने कहा कि वह इस बात से खुश हैं कि वह ऐसे संस्थान के अहाते में मौजूद हैं जिसका काम सवाल उठाना है।इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, लोक लेखा समिति के अध्यक्ष के. वी. थॉमस और भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक शशिकांत शर्मा मौजूद थे।
--आईएएनएस
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