सरकारी सोने का सिक्का भारतीयों के दिलों दिमाग में, बन चुकी है पहली पसंद ।
लोगों के दिलों में अपनी गुणवत्ता के लिए पहचान बन चुकी भारतीय सोने का सिक्का इस दिवाली खूब रोशन कर सकता है। केन्द्र सरकार द्वारा पिछले वर्ष जारी किया गया इंडियन गोल्ड क्वाइन जो अब ग्राहकों की पहली पंसद बन रही है।
वल्र्ड गोल्ड काउंसिल और एमएमटीसी की एक सर्वे ने यह दावा किया गया है कि लोगों को अनब्रैंडेड सिक्कों की तुलना में भारतीय सरकारी सिक्के को शुद्धता की गारंटी के चलते ज्यादा मात्रा में खरीद रहें है।
पिछले दिपावली से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गोल्ड मोनेटाइजेशन स्क्रीम व साॅवरेन गोल्ड बांड स्क्रीम के साथ इंडियन गोल्ड क्वायन की शुरूवात की थी।
यह भारतीय इतिहास में पहली बार हुआ कि सरकार ने सोने के देशी सिक्के का आगाज किया। इससे पहले विदेश में बने सोने के सिक्के ही बाजार में मिलते थे।
इस भारतीय सोने के सिक्के में 24 कैरेट शुद्धतता, ब्यूरो आॅफ स्टैंडर्ड का हाॅलमार्क, टैंपर-प्रूप पैकेजिंग, मानकीकरण, बायबैक आॅप्शन और पांच से दस ग्राम में उपलब्धता शामिल किया गया है।
इस सरकारी सिक्के में भारतीय अशोक चक्र का प्रतीक और सरकारी समर्थन इसकी प्रमुख खासियत है।
इसकी शुद्धतता पर लोगों का मानना है कि भारतीय सोने का सिक्के की खेास कीमत और उनके अपने सिक्कों के मुकाबले कुछ मंहगा है। जिसके चलते लोग इसे खरीदने से कतरा रहें है।
दुकानदारों का मानना है कि त्यौहार के मौके पर सामान्यतः लोग लक्ष्मी और गणेश जी के छाप वाले सिक्के ही खरीदना चाहते है।
लेकिन अब इसके मुकाबले भारतीय सरकार द्वारा जारी किया गया सरकारी सोने का सिक्का कितना कारगर शाबित होगा ये तो आने वाला समय ही बताएगा।
इस सर्वे में जारी रिर्पोट के मुताबिक देश के चुनिन्दा आठ शहरों को शामिल किया गया था। जिसमें नवयुवको को प्रथामिकता दी गई था।
सर्वे में नवयुवको को आम सिक्कों की तुलना में शुद्धता की गारंटी वाले सरकारी इंडियन गोल्ड क्वाइन को पसंद कर रहें है।
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