उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े राजनैतिक गलियारे समाजवादी परिवार में एक बार फिर परिवारवाद को लेकर कहा सुनी हुई है। शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने अपने बोल वचन में भाई शिवपाल को राहत दी है।
मुलायम सिंह यादव की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि वह पहले जसवंतनगर विधानसभा सीट से सपा प्रत्याशी व भाई शिवपाल यादव के लिए प्रचार करेंगे। इसके बाद में बेटे अखिलेश यादव के लिए चुनाव प्रचार करेंगे।
दरअसल, इससे पहले मुलायम सिंह ने बेटे अखिलेश के लिए सपा-कांग्रेस गठबंधन को लेकर बगावती सुर निकाले थे। सपा-कांग्रेस गठबंधन को लेकर मुलायम ने अपने बयान में कहा था कि वह गठबंधन को लेकर चुनाव प्रचार नहीं करेंगे।
इतना ही नहीं मुलायम सिंह यादव ने सपा-कांग्रेस गठबंधन पर नाराजगी जताते हुए कहा था कि समाजवादी पार्टी यूपी में अकेले चुनाव लड़ने और जीतने में सक्षम है। ऐसे में पार्टी को किसी के साथ गठबंधन की कोई जरूरत नहीं थी। मैंने पहले भी प्रदेश में अकेले दम पर चुनाव लड़ा और बहुमत के साथ सरकार बनाई है।
हालांकि, अपने बयान के दो ही दिन बाद मुलायम ने बेटे को आर्शीवाद दिया और कहा कि कांग्रेस हमारे सहयोगी है। इनके लिए 9 फरवरी से चुनाव प्रचार करेंगे।
गौरतलब है कि बीते दिनों दिल्ली में पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच मुलायम सिंह यादव ने कांग्रेस उम्मीदवारों के खिलाफ नामांकन करने को कहा था। मुलायम ने कहा था कि जिन 105 सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, वहां सपा कार्यकर्ता नामांकन करें।
वहीं चाचा शिवपाल ने बीते दिनों एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि वह 11 मार्च के बाद नई पार्टी बनाएंगे।
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