दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल से उनके दोषी मंत्रीयों पर कार्यवाही का जवाब मांगा है और कहा कि अरविंद केजरीवाल सरकार भ्रष्ट एवं नकारा है। भाई-भतीजावाद एवं कुशासन केजरीवाल सरकार का पर्याय बन गये हैं। एक के बाद एक केजरीवाल सरकार के मंत्रियों पर भ्रष्टाचार एवं अनियमितताओं के आरोप लगे हैं।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अपने मंत्रियों के भ्रष्टाचार के मुद्दों को नकारने के भरसक प्रयास किये हैं पर मंत्री सतेन्द्र जैन की हवाला मामले में संलिप्तता के आरोप और उनके विरूद्ध अपनी बेटी एवं मुख्यमंत्री के रिश्तेदार डाॅ. निकुंज अग्रवाल को सरकारी नियुक्ति देने के मामले इतने गंभीर हैं कि इन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
इसी के साथ केजरीवाल सरकार का आई.ए.एस. राजेन्द्र कुमार मामले में रवैया भी बेहद चैकाने वाला है। दिसंबर 2013 तक अरविंद केजरीवाल को शीला दीक्षित शासन के हर फैसले में, हर अधिकारी के काम में भ्रष्टाचार नजर आता था पर आज जब शीला दीक्षित सरकार के कार्यकाल में राजेन्द्र कुमार द्वारा किये भ्रष्टाचार के मामले में सी.बी.आई. कार्यवाही कर रही है तब केजरीवाल सरकार द्वारा उनका बचाव अचंभित कर रहा है।
तिवारी ने कहा है ऐसा लगता है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल का भ्रष्टाचार के विरूद्ध संघर्ष दिसंबर 2013 के मध्य में समाप्त हो गया और उन्होंने शीला दीक्षित सरकार के बदनाम अफसरों को अपनी पार्टी का खजाना भरने की जिम्मेदारी दे दी वरना यह समझ से परे है कि आखिर बहुत पहले से भ्रष्टाचार में आरोपित राजेन्द्र कुमार को उन्होंने अपना सचिव क्यों बनाया?
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि दिल्ली की जनता अब भ्रष्टाचार के मामले में अरविंद केजरीवाल के दोहरे मापदंड को खूब समझती है। दिल्ली की जनता अब यह भी बखूबी समझती है कि वह पहले अपने साथियों की गलतियों का बचाव करते हैं पर जब वह पूरी तरह फंस जाते हैं तो सफाई से कन्नी काट जाते हैं।
तिवारी ने कहा है कि जनता अब मुख्यमंत्री केजरीवाल से आरोपित मंत्री सतेन्द्र जैन के हवाला एवं जमीन खरीद मामले पर और शीला शासन में राजेन्द्र कुमार सहित अन्य अधिकारियों द्वारा किये भ्रष्टाचार पर उनके स्पष्ट विचार जानना चाहती है।
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