यूपी में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधंन के बाद रविवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी एक साथ मंच पर दिखे।
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के गठबंधंन को लेकर जहां एक तरफ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव खुशी जाहिर कर रहें है वहीं सपा संरक्षक व पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव इसे लेकर नाखुश है।
सपा-कांग्रेस के हुए गठबंधंन पर आपत्ति जातते हुए पत्रकारों से बातचीत में मुलायम सिंह यादव ने कहा कि वह इस गठबंधन के खिलाफ है। इसके लिए वह चुनाव प्रभार भी नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि वह इसके पक्ष में नहीं है।
टिकट को लेकर मुलायम सिंह ने कहा कि हमारे जो नेता हैं, जिनके टिकट कटे हैं वो अब क्या करेंगे? पांच साल के लिए तो मौका गंवा दिया है। मैं इस समझौते के खिलाफ हूं। मैं किसी भी सूरत में पार्टी के लिए चुनाव प्रचार नहीं करूंगा।
उन्होंने कहा कि सपा अकेले चुनाव लड़ने और जीतने में सक्षम थी। पार्टी को किसी भी तरह के सहारे की जरूरत नहीं थी। सपा के ज्यादा से ज्यादा नेताओं को टिकट मिलने चाहिए थे। कार्यकर्ताओं ने काफी मेहनत कर पार्टी को खड़ा किया है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अखिलेश और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल ने रविवार को ही लखनऊ स्थित ताज होटल में एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस कर इस गठबंधन की औपचारिक घोषणा की।
आपको बता दें कि यूपी विधानसभा के 403 सीटों के लिए समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच करार हुआ है। जिसमें समाजवादी पार्टी 298 सीट व कांग्रेस 105 सीटों पर चुनाव मैदान में उतरी है।
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