अनुसंधान को अंतर्राष्ट्रीय मानकों मानकों के अनुरूप मजबूती देने जोर देते हुए मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि प्रमुख संस्थानों को सभी पक्षों से जोड़ने के लिए विज्ञान परक सामाजिक दायित्व की अवधारणा के विकास की आवश्यकता है।
यह बातें प्रधानमंत्री तिरूपति स्थिति भारतीय कांग्रेस के उद्घाटन अवसर पर कहीं। पीएम ने कहा कि कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व के आधार पर प्रमुख संस्थानों को सभी पक्षों से जोड़ने के लिए वैज्ञानिक सामाजिक दायित्व की अवधारणा को मन में बैठाने की जरूरत है।
मौलिक अनुसंधान को मजबूती देने पर पीएम मोदी ने कहा कि विज्ञान को लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतरना चाहिए। हमारे सर्वोत्तम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थानों को अग्रणी वैश्विक मानकों के अनुरूप अपने मौलिक अनुसंधान को मजबूती देनी चाहिए। अनुसंधानों, स्टार्टअप और उद्योग में मौलिक ज्ञान के उपयोग से समावेशी और स्थायी विकास हासिल करने में मदद मिलेगी।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत साल 2030 तक विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दुनिया के तीन शीर्ष देशों में शामिल हो जाएगा।
स्रोत--आईएएनएस
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