भारतीय जनता पार्टी सत्ता के नशे में चूर हो गई है। उसकी नीतियां उसके लिए प्रतिउत्पादक सिद्ध हो रहीं है। यह बातें मंगलवार को यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री व बहुजन समाज वादी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने पत्रकारों से बातचीत में कहीं।
बसपा सुप्रीमों ने केन्द्र सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि भाजपा का हाल यह है कि अब सरकार कालाधन व भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के नाम पर देश में अत्याचार कर रही है। इस दौरान मायावती ने केन्द्र सरकार पर किसान और गरीब विरोधी पार्टी होने का आरोप भी लगाया।
केन्द्र सरकार के नोटबंदी फैसले से नाराजगी जाहिर करते हुए बसपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा के नोटबंदी के फैसले के कारण कतारों में खड़े कई लोगों की मौत हुई। देश की अधिकांश जनता नोटबंदी से परेशान है। अब तो अच्छे दिन के आसार बहुत कम दिख रहे हैं। भाजपा का हर फैसला और नीति गरीब विरोधी है।
नोटबंदी को बिना तैयारी का फैसला बताते हुए मायावती ने कहा कि केन्द्र सरकार बगैर पूर्व तैयारी के नोटबंदी का फैसला किया गया। नोटबंदी के फैसले को देश के काले अध्याय के रूप में याद किया जाएगा।
बसपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री को काले धन के साथ-साथ भ्रष्टाचार पर भी जवाब देना चाहिए। उन्हें कम से कम यह बताना चाहिए कि अब तक कितना कालाधन पकड़ा गया। बिना कोई जवाब दिए वह रोज नया-नया शिगूफा छोड़ रहे हैं। अब तो नोटबंदी के 50 दिन पूरे हो गए हैं, लेकिन जनता को राहत नहीं मिली है।
भाजपा को कांग्रेस से तुलना करते हुए बसपा सुप्रीमों ने कहा कि पहले कांग्रेस ने लोगों को गुमराह किया। अब भारतीय जनता पार्टी भी कांग्रेस की राह पर चल रही है। गत साल 31 दिसम्बर को प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए केवल घोषणाएं की थीं। यह सब खानापूर्ति है। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव आसन्न होने पर उनको सब कुछ याद आ रहा है। प्रधानमंत्री ने ये घोषणाएं डेढ़ साल पहले क्यों नहीं कीं?
मायावती ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी तथा समाजवादी पार्टी के बीच मिलीभगत है। यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाजवादी परिवार के झगड़े पर कोई टिप्पणी नहीं की।
बसपा को दलित और मुश्लिम की हितैषी बताते हुए मायावती ने कहा कि प्रदेश में दलित व मुस्लिम वर्ग के मतों से बसपा विजयी होगी। इसके अलावा पिछड़ा वर्ग के साथ सवर्ण जाति के लोग भी बसपा को वोट देंगे। इस परिस्थिति में कांग्रेस को वोट देना भी भाजपा को फायदा पहुंचाने जैसा ही है।
स्रोत--आईएएनएस
|
|
Comments: