पटना/गया, 11 जनवरी (आईएएनएस)| बिहार में शराबबंदी जागरूकता अभियान के तहत 21 जनवरी को आयोजित होने वाले मानव श्रृंखला निर्माण कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में मतभेद उत्पन्न हो गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जहां कार्यक्रम में शामिल होने की घोषणा की है, वहीं राजग के घटक दल पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) ने इससे खुद को अलग रखने की घोषणा कर दी है।
हम के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने बुधवार को गया में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के सदस्य शामिल नहीं होंगे।मांझी ने शराबबंदी कानून को 'तालिबानी फरमान' बताते हुए कहा कि भाजपा को भी इसमें शामिल नहीं होना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट कहा, "भाजपा शराबबंदी कानून को पहले ही 'तालिबानी कानून' बता चुकी है। ऐसे में अब वह कैसे इस अभियान में शामिल हो सकती है।"पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में शराब की तस्करी करने वाले और अवैध रूप से शराब बेचने वाले मोटी रकम कमा रहे हैं, इसलिए बिना बदलाव के शराबबंदी कानून का समर्थन करना ठीक नहीं है।उधर, भाजपा के वरिष्ठ नेता विनोद नारायण झा ने कहा कि भाजपा शराबबंदी के खिलाफ कभी नहीं थी और न है। भाजपा आज भी शराबबंदी के अधिनियम के कुछ कड़े प्रावधानों का विरोध करती है। मानव श्रृंखला निर्माण कार्यक्रम का आयोजन शराबबंदी के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए किया जा रहा है। यही वजह है कि भाजपा कार्यक्रम में शामिल होगी।मानव श्रृंखला निर्माण कार्यक्रम में हम के शामिल नहीं होने पर झा ने कहा कि भाजपा और हम अलग-अलग दल हैं और दोनों के अलग-अलग कार्यक्रम हैं।उल्लेखनीय है कि बिहार में शराबबंदी जागरूकता अभियान के तहत 21 जनवरी को मानव श्रृंखला निर्माण कार्यक्रम में करीब दो करोड़ लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। पूरे बिहार में 11,292 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाई जाएगी। इस मानव श्रृंखला का केंद्र बिंदु पटना का ऐतिहासिक गांधी मैदान होगा, जहां से राज्य की सीमाओं तक यह बिना खंडित हुए आगे बढ़ेगी।बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उम्मीद है कि यह मानव श्रृंखला विश्व रिकॉर्ड बनाएगी। उन्होंने इस अभियान में सभी राजनीतिक दलों से शामिल होने की अपील की है।--आईएएनएस
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