तेहरान, 10 जनवरी (आईएएनएस)| ईरान के पूर्व राष्ट्रपति अकबर हाशमी रफसंजानी की नमाज-ए-जनाजा में मंगलवार को लाखों लोगों ने शिरकत की। नमाज ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने पढ़ाई। यह जानकारी समाचार एजेंसी इरना ने दी। रफसंजानी की शव यात्रा मंगलवार को दिन में दस बजे (स्थानीय समयानुसार) तेहरान विश्वविद्यालय से शुरू हुई।
एक अधिकारी के अनुसार, पूर्व राष्ट्रपति को दिवंगत ईरानी क्रांतिकारी नेता अयातुल्ला खुमैनी के बगल में दफनाया जाएगा।सरकार की तीनों शाखाओं के प्रमुखों, ईरान के वरिष्ठ सैन्य कमांडरों और बड़ी संख्या में सभी क्षेत्रों के ईरानी लोगों ने रफसंजानी की नमाज-ए-जनाजा पढ़ी।रफसंजानी साल 1989 से 1997 तक ईरान के राष्ट्रपति रहे थे। हृदयगति रुकने से 82 वर्ष की उम्र में रविवार को उनका निधन हो गया।वह ईरान की इस्लामी क्रांति के जनक अयातुल्ला खुमैनी और मौजूदा सर्वोच्च नेता अयातुल्ला सैयद अली खामेनेई के एक करीबी सहयोगी थे। वह एक वयोवृद्ध धर्मगुरु, इस्लामी क्रांति के एक आधार स्तंभ और एक प्रभावशाली राजनीतिक नेता थे। साल 1979 में इस्लामी क्रांति के बाद उन्होंने विभिन्न पदों पर काम किया था।रफसंजानी मौजूदा राष्ट्रपति हसन रूहानी के प्रमुख समर्थकों में से थे और उन्होंने परमाणु कार्यक्रम पर विश्व शक्तियों के साथ ईरान के ऐतिहासिक समझौता का समर्थन किया था।बताया जाता है कि राष्ट्रपति रूहानी रविवार को तेहरान के अस्पताल में रफसंजानी के बिस्तर के बगल में खड़े थे, जिस वक्त डाक्टर उन्हें बचाने के लिए संघर्ष कर रहे थे।रूहानी ने कहा, "इस्लाम ने एक बहुमूल्य खजाना, ईरान ने एक उत्कृष्ट जनरल, इस्लामी क्रांति ने एक साहसी ध्वज वाहक और इस्लामिक व्यवस्था ने एक दुर्लभ संत खो दिया।"रफसंजानी को दुनिया भर में श्रद्धांजलि दी गई। उनके निधन पर शोक संदेश दिए गए।अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने रफसंजानी का उल्लेख ईरानी इतिहास की एक प्रमुख हस्ती के रूप में किया।रफसंजानी के सबसे छोटे पुत्र यासिर (46) ने उनके पिता के निधन पर शोक मनाने वालों के प्रति आभार जताया है।--आईएएनएस
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