नई दिल्ली, 7 जनवरी (आईएएनएस)| देश की महिलाओं की समस्याओं पर आधारित नया गीत 'औरत' पेश करने वाले रैपर रफ्तार का कहना है कि फिल्में और गीत गंभीर समस्याओं को सुलझाने में मदद कर सकते हैं।
रफ्तार ने आईएएनएस से कहा, "फिल्में और गीत गंभीर समस्याओं पर लगाम लगा सकते हैं। कलाकार के तौर पर हम पार्टियों और उन मुद्दों पर गीत बनाते हैं जो हम रोजमर्रा में देखते हैं। अगर हम शुरू से देखें कि महिलाएं पुरुषों से ऊपर या नीचे नहीं, समान दर्जे पर हैं तो कुछ बदलाव आ सकता है।"रफ्तार का गीत 'औरत' बेंगलुरू में नववर्ष की पूर्व संध्या पर महिलाओं के साथ हुई छेड़छाड़ की घटना के बाद आया है।रैपर ने कहा, "जैसा कि नाम से जाहिर है, 'औरत' भारत की महिलाओं और उनकी वर्तमान स्थिति और हम इस स्थिति के लिए कैसे जिम्मेदार हैं, इस पर आधारित है।"खबरों के मुताबिक, रैपर यो यो हनी सिंह, बादशाह, रफ्तार, गायक मिका सिंह और फाजिलपुरिया को दिल्ली विश्वविद्यालय के महिला कॉलेजों में प्रस्तुति देने से प्रतिबंधित कर दिया गया था।यह पूछे जाने पर कि क्या यह प्रतिबंध ही 'औरत' बनाने का कारण है, रफ्तार ने कहा, "नहीं मैं पिछले ढाई वर्षो से यह फार्मेट 'स्पोकन वर्ड' पेश कर रहा हूं..लेकिन मुझे लगा कि इसे ऑनलाइन पेश करना सही समय है।"--आईएएनएस
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