मीडिया में गुरुवार को आई रिपोर्ट के अनुसार, चंद्रमा का यह नया भूगर्भीय नक्शा 1:25 लाख के पैमाने पर तैयार किया जा रहा है।
मतलब नक्शे पर दूरी की एक इकाई चंद्रमा पर उसका 25 लाख गुना दूरी के बराबर होगी।चीन के चंद्र अन्वेषण कार्यक्रम के प्रथम प्रमुख वैज्ञानिक ओउयांग जियुआन ने कहा कि पांच विश्वविद्यालयों और अनुसंधान संस्थानों ने डिजिटल मैंपिंग और चंद्रमा की भूगर्भीय संरचना का चित्र बनाने के लिए मानक निर्धारित किया है।समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, 4.36 मीटर लंबाई और 2.2 मीटर चौड़ाई वाले इस नक्शे का रेखाचित्र 2018 तक तैयार कर लिया जाएगा और इसे 2020 में जारी किया जाएगा।नक्शा भू विज्ञान, संरचना और चट्टानों के प्रकार के संबंध में जानकारी प्रदान करेगा और चंद्रमा के विकास कालक्रम की जानकारी भी देगा।चीन के जीलिन विश्वविद्यालय के भूविज्ञानी चेन शेंग्बो और उनकी टीम चंद्रमा की बाह्य संरचना की रूपरेखा तैयार करेंगे, हालांकि यह पूरी परियोजना का छोटा सा हिस्सा है।चेन शेंग्बो ने कहा कि यह नक्शा चंद्रमा की बाह्य संरचना की सारी जानकारी देगा, जैसे चंद्रमा की भूगर्भीय संरचना, भौगोलिक टूट-फूट और उसका आकार और इसके क्रेटरों की संरचना।चेन ने कहा कि चीन और दूसरे देशों द्वारा चंद्रमा की परिक्रमा के लिए भेजे गए उपग्रहों से भेजी गई तस्वीरों के आधार पर ही यह नक्शा तैयार होगा।चंद्रमा के नक्शे को तैयार करना धरती के नक्शे को तैयार करने जितना आसान नहीं है, क्योंकि पृथ्वी का नक्शा तैयार करने के दौरान भूगर्भीय ब्योरों के बारे में संदेह होने पर जानकारी की पुष्टि के लिए वैज्ञानिक व्यक्तिगत रूप से उस स्थान पर पहुंच भी सकते हैं, लेकिन चंद्रमा पर ऐसा संभव नहीं है।चीन के उपग्रहों ने चंद्रमा की तस्वीरें ली हैं, जो इस नक्शे के निर्माण में निश्चित रूप से महत्वपूर्ण योगदान साबित होगा।--आईएएनएस
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