पटना, 4 जनवरी (आईएएनएस)| सिखों के 10वें गुरु गुरु गोविंद सिंह के 350वें प्रकाशोत्सव पर बुधवार को नगर कीर्तन निकाला गया। नगर कीर्तन गांधी मैदान से पूर्वाह्न् 11 बजे आरंभ होकर अशोक राजपथ के रास्ते तख्तश्री हरमंदिर पटना साहिब के लिए रवाना हुआ, जिसमें देश-विदेश से आए करीब एक लाख श्रद्धालु शामिल हैं। नगर कीर्तन निकाले जाने से जहां सभी धर्मो के लोगों में भक्ति भाव देखा जा रहा है, वहीं पटना के अशोक राजपथ पर अदभुत दृश्य देखने को मिल रहा है। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में बने अस्थाई गुरु दरबार में विशेष अरदास और हुक्मनामा के बाद नगर कीतर्न की शुरुआत हुई। इससे पहले गुरु ग्रंथ साहिब को सोने की पालकी में रखा गया और पंच प्यारे की अगुवाई में झूलते निशान साहिब के साथ नगर कीर्तन निकाला गया।
सोने की पालकी (स्वर्ण रथ) हरियाणा के यमुनानगर के संत समाज द्वारा विशेष रूप से तैयार करवाई गई है।इस नगर कीर्तन में सेना और किंग पाइप बैंड के अलावा ऑरकेस्ट्रा, विभिन्न अखाड़ों की गतका पार्टियां व कीर्तन जत्था शामिल हैं। रास्ते में जगह-जगह संगतों की सेवा के इंतजाम किए गए हैं तथा फूल बरसाए जा रहे हैं।पटना के जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि इस कीर्तन को श्रीहरमंदिर साहिब तक पहुंचने में आठ-नौ घंटे लगेंगे। कीर्तन को लेकर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।तख्त श्रीहरमंदिर साहिब के मुख्य ज्ञानी जत्थेदार इकबाल सिंह ने बताया कि आठ किलोमीटर लंबा कीर्तन देर शाम तख्त साहिब पहुंचेगा, जहां धार्मिक आयोजन होगा।उधर, कीर्तन में भाग ले रहे श्रद्घालुओं में भी कीर्तन को लेकर उत्साह चरम पर है। कीर्तन में भाग ले रहे यमुनानगर से आए श्रद्धालु करमजीत सिंह का मानना है कि यह अद्भुत पल है। उन्होंने कहा कि ऐसा नगर कीर्तन कहीं नहीं देखा।--आईएएनएस
|
Comments: