नई दिल्ली, 3 जनवरी (आईएएनएस)| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मणिपुर के अपने एकमात्र विधायक और प्रदेश शाखा के अन्य नेताओं को पूर्वोत्तर राज्य में जारी तनाव के बारे में अवगत कराने के लिए बुलाया है। भाजपा सूत्रों के मुताबिक विधायक टी. बिश्वजीत सिंह और अन्य पार्टी नेताओं को पार्टी के मुख्यालय में शीर्ष पार्टी नेताओं से मिलने को कहा गया है।
मणिपुर में यूएनसी के बैनर तले नागा नेताओं ने आर्थिक नाकेबंदी कर रखी है, जिससे एनएच 37 और एनएच 2 पर आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई है।यह नाकाबंदी 1 नवंबर को तब शुरू हुई थी, जब राज्य सरकार ने मौजूदा नागा बहुल जिलों का विभाजन कर नए जिले बनाने की योजना बनाई थी। इसके बाद सरकार ने आंदोलन को नजरअंदाज कर दिया और जिरबम को पूर्ण जिला घोषित कर दिया, जिसके बाद आंदोलन और तेज हो गया।राज्य सरकार ने इसके अलावा कांगपोकपी, तेंगपल, फारजोल, काकचिंग, नोने और कामजोंगिन नाम के नए जिलों का भी गठन किया है।मणिपुर के नागाओं की सर्वोच्च प्रतिनिधि संस्था यूएनसी के अनुसार उसकी सहमति के बिना नागा क्षेत्र से निकालकर नए जिलों के निर्माण किया गया और यह राज्य में नागाओं के अधिकारों को दबाने के लिए जानबूझकर किया गया कार्य है।मणिपुर के मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह राज्य में तनाव के मुद्दे पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिलने के लिए मंगलवार को अपने 49 कांग्रेस विधायकों के साथ दिल्ली पहुंचे।--आईएएनएस
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