भुवनेश्वर, 3 जनवरी (आईएएनएस)| ओडिशा के बोलंगीर जिले में मंगलवार को 'सुलिया यात्रा' के दौरान जनजातीय परंपरा के तहत सैकड़ों पशुओं की बलि दी गई। पशुओं की यह बलि देवताओं को प्रसन्न करने के लिए दी जाती है।
'सुलिया यात्रा' के दौरान भैंस और बकरे और अन्य जानवरों की बलि दी गई। इस दौरान, जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन मूक दर्शक बने रहे।जिले के निवासियों का कहना है कि वह इस परंपरा को काफी समय से निभाते चले आ रहे हैं और समारोहों के दौरान पशुओं की बलि का समर्थन करते हैं।मुख्य पुजारी हरहिर कन्हार ने कहा, "हम देवताओं को खुश करने के लिए पूजा करते हैं। अपनी इच्छा की पूर्ति के लिए लोग पशुओं का दान देते हैं।"परंपरा के अनुसार, लोग बलि से पहले पशुओं को नहलाते हैं और उन पर हल्दी लगाते हैं। इसके बाद हजारों की संख्या में यात्रा में शामिल लोगों के सामने बलि दी जाती है।जिला अधिकारी और पुलिस इस वार्षिक महोत्सव के दौरान केवल कानून व्यवस्था बनाए रखने की अपील करते हैं।बोलंगीर के उप-कलेक्टर बिमल प्रसाद मोहंते ने कहा कि 'सुलिया यात्रा' के दौरान कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए जाते हैं।इस दौरान पुलिस बल के चार दलों और वरिष्ठ अधिकारियों को तैनात किया जाता है।--आईएएनएस
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