हमारे शरीर को स्वस्थ रहने के लिए भारतीय मसालों ने ऋषि मुनि काल से ही अपना महत्वपूर्ण योगदान देते आएं है। इन्हीं भारतीय मसालों में से एक है मसालों की रानी ‘दालचीनी’ और अपने मीठेपन के लिए मशहूर ‘शहद’। जी हां इनका उपयोग तो आपने कई बार किया होगा, लेकिन क्या आपको पता है कि यह दालचीनी और शहद आपकी सेहत के लिए कितना लाभदायी है। चलिए आज बात करते है दालचीनी और शहद के अनमोल गुणों से होने वाले फायदों की।
वर्तमान में कैंसर जैसे घातक बीमारी पर नियंत्रण पाने के लिए दालचीनी और शहद चिकित्सीय रूप से सक्षम पाए गए है। इसके साथ ही वैज्ञानिकों का भी मानना है कि अमाशय के कैंसर और हड्डी के बढ़ जाने की स्थिति में दालचीनी और शहद काफी लाभदायक शाबित होता हैं। एक महीने तक गरम पानी में दालचीनी और शहद के सेवन से शरीर में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है। जो शरीर में हो रही बीमारियों से लड़ने में सहयोग करती है।
दालचीनी और शहद का यह अद्भुत मिश्रण हृदय को स्वस्थ बनाए रखने और हृदय रोगों पर नियंत्रण रखने में सहायक होती है। अक्सर हृदय की धमनियों में कोलेस्ट्राॅल जम जाता है तो ये अद्भुत मिश्रण इसे रोकने का काम करती है। दालचीनी और शहद का सेवन प्रत्येक दिन गर्म पानी के साथ और खाने में रोटी के साथ भी खा सकते है। इसका सेवन करने से हार्ट अटैक आने की संभावनाए कम हो जाती है।
यदि आप इन दिनों अपने अशोभनीय मोटापे से परेशान है तो इसे नियंत्रित करने के लिए बाजारू विज्ञापन का सहारा लेने छोडिए और सेवन कीजिए दालचीनी और शहद के अनोखे घरेलू नुस्खे का। शरीर में कोलेस्ट्राॅल को कम करने के लिए यह रामबाण उपाय है। प्रतिदिन एक चम्मच दालचीनी पाउडर को एक गिलास जल में उबालकर उसमें दो चम्मच शहद मिलाकर सुबह नाश्ते के आधा घंटा पहले और रात को सोने से पहले सेवन करने से दोगुना फायदा होता है।
बढ़ती उम्र के साथ अक्सर शरीर के जोडों का दर्द भी बढ़ता जाता है। ऐसे में यह आसान नुस्खा जोड़ो के दर्द में राहत पहुंचाता है। इसके लिए हर दिन दालचीनी का गर्म पानी में सेवन तो लाभकारी है ही इसके अलावा इसे दर्द वाले स्थान पर मालिश करने से भी जोड़ों के दर्द से निजात पा सकते है। महीने भर के सेवन से चलने में असमर्थ लोग भी चलने के काबिल हो जाते है। यह अद्भुत मिश्रण आर्थाइटिस के दर्द में लाभकारी साबित होता है।
सर्दियों के समय में होने वाली खांसी की तकलीफों में दालचीनी और शहद का मिश्रण असरदार साबित होती है। दालचीनी पाउडर को पीसकर एक चम्मच शहद के साथ चुटकी भर मात्र सेवन करने से लंबे से लंबे जुकाम को खत्म कर देता है। दालचीनी के पाउडर को पीसी हुई काली मिर्च के साथ सेवन करने से पुराने से पुराने कफ से निजात पाया जा सकता है।
भाग-दौड और व्यस्त दिनचर्चा में लोग अक्सर बाहर का मसालेदार व तेलयुक्त भोजन का सेवन कर लेते है जिसके चलते उनके पेट में अपच, गैस, पेट दर्द और एसिडिटी जैसी समस्याएं आ जाती है ऐसे में दालचीनी का पाउडर लेने से आराम मिल जाता है। पेट में होने वाले अल्सर जैसी बीमारियों को इसके सेवन से जड़ से ठीक किया जा सकता है। इसके अलावा भोजन के पाचन में भी सहायक होती है।
सर्दियों में अगर ठंड की वजह से आपके सिर में दर्द हो रहा हो तो दालचीनी का लेप लगाना काफी लाभकारी होता है और गर्मी के मौसम में अधिक गर्मी के कारण होने वाले सिरदर्द में दालचीनी और तेजपत्ते को मिश्री के साथ चावल के पानी में पीसकर संूघने मात्र से सिद का दर्द दूर हो जाता है। इसके अलावा दालचीनी को तेल की कुछ बंदे, तिल के तेल में मिलाकर सिर पर मालिश करने से भी सिद का दर्द भाग जाता है। इसके नियमित सेवन से अकारण होने वाले तनाव से राहत और यारदाश्त भी बढ़ती है।
दालचीनी और शहद प्राचीन काल से ही आपकी सौंदर्य त्वचा और सौंदर्य बालों के लिए उपयोगी माना जाता आया है। इसका सेवन करने से त्वचा में निखार के साथ ही झुर्रियां भी कम होती है। दालचीनी पाउडर में नीबू का रस मिलाकर लगाने से मुंहासे व ब्लैकहैड्स दूर हो जाता है। एक नीबू के रस में दो बड़े चम्मच जैतून का तेल, एक कफ चीनी, आधा कफ दूध, दो चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर शरीर पर लगाकर पांच मिनट बाद नहा ले आपकी खिल जाएगी।
अक्सर चोट लगने से घाव कई दिनों तक नहीं ठीक होता ऐसे में दालचीनी के तेल का प्रयोग करने से घाव और सूजन बहुत कम समय में समाप्त किया जा सकता है। इसके अलावा त्वचा की खुजली और दांतों के दर्द में भी राहत देती है। इसके साथ ही दालचीनी और शहद के मिश्रण का सेवन करने से कान में होने वाले बहरेपन, अस्थमा और लकवा जैसी बीमारियों के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
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