नई दिल्ली, 27 दिसम्बर (आईएएनएस)| राष्ट्रमंडल खेल-2014 में भारत को स्वर्ण पदक दिलाने वाले भारत के पुरुष पहलवान अमित दहिया प्रो रेसलिंग लीग (पीडब्ल्यूएल) के आगामी दूसरे संस्करण में उप्र दंगल की टीम को खिताब दिलाने की सबसे बड़ी उम्मीद होंगे। अगले वर्ष दो जनवरी से शुरू हो रहे पीडब्ल्यूएल में अमित लंदन ओलम्पिक-2012 में हराने वाले जॉर्जिया के पहलवान व्लादिमेर खिनचेगाशाविली को फिर से चुनौती पेश करते नजर आएंगे।
अमित ने लंदन ओलम्पिक में 55 किलोग्राम भारवर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व किया था, जहां उन्हें क्वार्टर फाइनल में व्लादिमेर के हाथों हार मिली थी। व्लादिमेर ने इसी वर्ष हुए रियो ओलम्पिक में स्वर्ण पदक जीता है और वह पीडब्ल्यूएल में पंजाब की टीम का हिस्सा हैं।अमित ने व्लादिमेर से मुकाबले पर कहा, "उनका और मेरा 2012 ओलम्पिक में एक बार मुकाबला हो चुका है। मैं हार गया था। लीग में मेरा पहला मैच भी उन्हीं के साथ है। देखते हैं अब क्या होता है। हां लीग में सबसे पसंदीदा खिलाड़ी भी वही हैं।"अमित चार साल बाद व्लादिमेर के सामने होंगे। इन चार वर्षो में क्या कुछ बदला है इस पर अमित ने कहा, "मैं तब काफी कम उम्र का था। मुझे नहीं पता था कि किस तरह इतने बड़े स्तर पर खेला जाता है, लेकिन अब पता है इसलिए सामंजस्य बिठा लेता हूं।"उन्होंने कहा, "मैं अब मानसिक तौर पर तैयार हूं, लेकिन उस समय नहीं था, क्योंकि वह मेरे लिए उस समय बहुत बड़ा स्तर था। जनता भी काफी तादाद में थी। मुकाबले के लिए अंदर जाते समय डर लग रहा था।"अमित घुटने में चोट के बाद लीग में उतरेंगे। उनका मानना है कि लगी की हर टीम अच्छी है। किसी टीम में कुछ अच्छे खिलाड़ी हैं तो कुछ कमतर भी।अमित ने कहा, "हर टीम में दो-तीन अच्छे खिलाड़ी हैं तो दो-तीन निचले स्तर के हैं। सभी टीमों में यही है। इसलिए यह नहीं कहा जा सकता है कि कौन जीतेगा। लेकिन हमारी टीम बेहद मजबूत है।"लीग में अपनी सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्वी टीम के बारे में पूछने पर अमित ने दिल्ली का नाम लिया। अमित ओलम्पिक पदक विजेता सुशील कुमार के मार्गदर्शन में अभ्यास कर रहे हैं।अमित लीग में कई ऐसे खिलाड़ियों के साथ खेलेंगे जिनके खिलाफ वह पहले भी खेल चुके हैं। उनसे जब पूछा गया कि ऐसे खिलाड़ियों के खिलाफ वह कैसे तैयारी कर रहे हैं तो उनका जवाब था, "मुकाबले में एक सेकेंड भी आप अपना दिमाग कहीं और नहीं ले जा सकते। जो भी गलती करता है, तो सामने वाला उसी समय पकड़ लेता है। जो गलती करेगा वो हारेगा।"--आईएएनएस
|
Comments: