देवास, 23 दिसंबर (आईएएनएस)| मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विमुक्त, घुमक्कड़, अर्धघुमक्कड़ जनजातियों को अनुसूचित जाति एवं जनजाति की सूची में शामिल कर उन्हें पिछड़े एवं गरीब वर्ग को दी जाने वाली सुविधाएं देने का ऐलान किया है। देवास में शुक्रवार को आयोजित विमुक्त, घुमक्कड़ एवं अर्धघुमक्कड़ जातियों के प्रशिक्षण सह-सम्मेलन में मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विमुक्त जातियां सदियों से भटक रही हैं, अब वे भटकना बंद करें। एक स्थान पर निवास करें, सम्मानजनक रोजगार करें, बच्चों को पढ़ाएं तथा अपने हाथों को निर्माण एवं सृजन में लगाएं।
चौहान ने मौजूद लोगों को संकल्प दिलाया कि वे अपने बच्चों को अवश्य पढ़ाएंगे। पढ़ाई का खर्चा सरकार वहन करेगी। सरकारी स्कूलों में सभी प्रकार की सुविधाएं दी जा रही हैं।मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विमुक्त, घुमक्कड़ एवं अर्धघुमक्कड़ जातियों के प्रदेश के सभी जिलों में परिचय पत्र बनाए जाएंगे। साथ ही वे सारी सुविधाएं मिलेंगी, जो पिछड़े एवं गरीब वर्ग के लोगों को मिलती हैं।उन्होंने कहा कि सस्ता अनाज, यानी एक रुपये किलो गेहूं, चावल एवं नमक मिलेगा, भूखंड मिलेगा और उस पर घर बनाने के लिए एक लाख 20 हजार रुपये का ऋण तथा शौचालय के लिए 12 हजार रुपये मिलेंगे। रोजगार के लिए ऋण मिलेगा, जिसमें 15 प्रतिशत अनुदान होगा तथा पांच प्रतिशत ब्याज की राशि भी सरकार भरेगी। ऋण के लिए बैंक को गारंटी सरकार की ओर से दी जाएगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की ओर से आकस्मिक मृत्यु पर दो लाख रुपये, प्रातिक आपदा से मृत्यु पर चार लाख तथा सामान्य मृत्यु पर 25 हजार रुपये की सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। बस्तियों में सड़क, पानी आदि की सभी बुनियादी सुविधाएं सरकार उपलब्ध कराएंगी।उन्होंने कहा कि अब विमुक्त, घुमक्कड़ एवं अर्धघुमक्कड़ जातियां सामान्य जातियों की सूची में शामिल नहीं होंगी, बल्कि उन्हें अजा, अजजा या पिछड़ा वर्ग की जातियों की सूची में शामिल किया जाएगा।इस मौके पर विमुक्त, घुमक्कड़, अर्धघुमक्कड़, जनजाति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ललिता यादव, पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सुरेंद्र पटवा, तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दीपक जोशी, सांसद मनोहर ऊंटवाल, विमुक्त, घुमक्कड़, अर्धघुमक्कड़, जनजाति आयोग के अध्यक्ष नारायण बंजारा उपस्थित थे।--आईएएनएस
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