आगामी 47वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह (आईएफएफआई) में कोई भी पाकिस्तानी फिल्म नहीं दिखाई जाएगी, क्योंकि पाकिस्तान से मिली दो प्रविष्टियां इसकी 'कसौटी के अनुरूप नहीं' पाई गई हैं। आईएफएफआई के 47वें संस्करण का शुभारंभ 20 नवंबर को गोवा में होगा और इसका समापन 28 नवंबर को होगा।
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने केंद्रीय सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़, गोवा के उप मुख्यमंत्री फ्रांसिस डिसूजा और फिल्म समारोह के निदेशक सेंथिल राजन के साथ मंगलवार को फिल्म समारोह के पोस्टर का अनावरण करने के लिए एक संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया।
आईएफएफआई 2016 के लिए विश्व भर से कुल मिलाकर 1032 प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं, जिनमें से 88 देशों की 194 फिल्में दिखाई जाएंगी, लेकिन इसमें पाकिस्तान की फिल्में शामिल नहीं हैं।
राजन ने आईएएनएस को बताया, "हम इस साल कोई भी पाकिस्तान फिल्म नहीं दिखा रहे। हमें पाकिस्तान से दो प्रविष्टियां मिली हैं, लेकिन हमारी फिल्म समिति का मानना है कि वे मानकों पर खरी नहीं उतरतीं। हमें 102 देशों से 1,000 से भी ज्यादा प्रविष्टियां मिली हैं।"
उन्होंने कहा, "मुझे उन दो फिल्मों का नाम नहीं पता जिन्हें भेजा गया है, लेकिन उन्हें नहीं चुना गया है।" नायडू ने संववाददाता सम्मेलन में कहा कि फिल्मों के बीच कड़ी प्रतियोगिता है।
उन्होंने कहा, "1032 प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं। चुनी गई फिल्मों के बारे में आपको तब पता चल जाएगा, जब उन्हें प्रदर्शित किया जाएगा।" 2007 में आईएफएफआई के 38वें संस्करण में पाकिस्तानी फिल्म 'खुदा के लिए' की स्क्रिीनिंग की गई थी। वहीं, पिछले साल फिल्मकार महमूद रजा की पाकिस्तानी फिल्म 'मूर' को समारोह में प्रदर्शित किया गया था।
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