लंदन, 8 अक्टूबर (आईएएनएस): अगली बार जब आप किसी अस्पताल में जाएं तो किसी रोबोट को नर्सिग का काम करते देखकर चौंक मत जाएं। एक शोध से यह जानकारी मिली है कि रोबोट अच्छी तरह से मानव गतिविधियों की नकल कर सकते हैं। यहां तक कि वे सर्जरी भी कर सकते हैं। इससे सर्जरी के दौरान सुरक्षा बढ़ जाती है, क्योंकि वे वैसी गलतियां नहीं करते जैसी की मनुष्य करते हैं। रोबोट थकते नहीं और लगातार सही तरीके से काम कर सकते हैं। जबकि मनुष्य थकने पर गलतियां करने लगता है या उसका ध्यान भंग होने लगता है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि हालांकि इस तकनीक का लक्ष्य सर्जरी को रोबोट भरोसे छोड़ने का नहीं है, बल्कि रोबोट की कुशलता का लाभ उठाना है।
इटली की पोलिटेक्निक यूनिवर्सिटी ऑफ मिलान के इलेना डे मोमी का कहना है, "यद्यपि रोबोट सहयोगियों के काम पर लगने से रोजगार पर असर तो पड़ेगा। लेकिन वे रोजगार के अवसर नहीं छीनेंगे। वे केवल हमारे ऊपर पड़े काम के बोझ को हल्का करेंगे और कई ऐसे काम भी करेंगे जो वे मनुष्यों से बेहतर कर सकते है। इनमें दवाइयों से लेकर औद्योगिक अनुप्रयोग तक शामिल है।"
इस अध्ययन के दौरान शोधकर्ताओं के दल ने एक रोबोटिक हाथ को मनुष्य की गतिविधियों की नकल करने का प्रशिक्षण दिया। शोधकर्ताओं ने एक मनुष्य की ऐसी तस्वीरें खींची जिसमें वह किसी सर्जन की तरह से औजारों से काम कर रहा। इसके बाद इन तस्वीरों को रोबोट के नेटवर्क में डाला गया।
इसके बाद एक व्यक्ति ने रोबोटिक हाथ को उन्हीं गतिविधियों को करने के लिए ऑपरेट किया। इसमें करीब 70 फीसदी बार रोबोट की गतिविधियां 'मनुष्य जैसी' रही। इसका मतलब है कि रोबोट ने प्रभावी तरीके से उसे सीख लिया और बिल्कुल 'जैविक रूप से प्रेरित' तरीके से किया।
अगर रोबोटिक हाथ वास्तव में मनुष्य के व्यवहार और गतिविधियों की नकल कर सकते हैं, तो यह जरूरी है कि मनुष्य और रोबोट मिलकर बेहद तनाव वाले वातावरण जैसे ऑपरेटिंग रूम आदि में प्रभावी ढंग से काम करे।
यह शोध द जर्नल फ्रंटियर इन रोबोटिक्स एंड एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) में प्रकाशित किया गया है।
--आईएएनएस
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