सोशल मीडिया पर लोगों की लोकप्रीयता का मानक कहा जाने वाला ’ट्विटर’ अब बिकने वाला है। बुधवार को मीडिया में आई खबरों के अनुसार पूरी संभावना है कि इस सप्ताह ट्विटर को खरीदने के लिए बोली लगाई जायेगी।
सभी सोशल साइट्स के मालिकों ने इस बोली को चुनौती के तौर पर लिया है। दुनिया की अग्रणी सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर को खरीदने के लिए गूगल, सेल्सफोर्स और वाल्ट डिज्नी जैसे धुरंधरों के बीच होड़ लग चुकी है।
आॅरकुट और गूगल पल्स के जरिये सोशल मीडिया की दुनिया में कदम रखने वाली कम्पनी गूगल का प्रयास है कि पहले से ही ख्याति प्राप्त ट्विटर को वह खरीद सके। अपने लोकप्रिय मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉयड के जरिए गूगल ट्विटर एप को आगे ले जाना चाहता है।
समाचार पत्र ’वॉल स्ट्रीट जर्नल’ के अनुसार, ’सेल्सफोर्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क बीनिऑफ अपनी कंपनी के निवेशकों और अन्य साझेदारों के सामने ऐसा माहौल बना रहे हैं कि उनकी कंपनी ट्विटर की खरीदार हो सकती है।’
समाचार पत्र वॉल स्ट्रीट जर्नल की प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, लिंक्डइन की ही तरह ट्विटर भी सेल्सफोर्स के अहम आंकड़ों का उपयोग अपने संभावित खरीदारों को आकर्षित करने के लिए इस्तेमाल कर सकती है।
बता दें कि सेल्सफोर्स, लिंक्डइन को भी खरीदाना चाहती थी, लेकिन माइक्रोसॉफ्ट से बोली हार गई थी।
31.3 करोड़ सक्रिय उपयोगकर्ताओं वाली सोशल साइट ट्विटर का विकास अब रुक सा गया है और नए उपयोगकर्ताओं के जुड़ने की गति थम सी गई है। उम्मीद जताई जा रही है कि ट्विटर के लिए 20 अरब डॉलर तक की बोली लग सकती है।
ऐसी खबरें हैं कि सेल्सफोर्स माइक्रोसॉफ्ट द्वारा लिंक्डइन के अधिग्रहण पर भी रोक लगाने की कोशिश कर रहा है, क्योंकि उसका कहना है कि माइक्रोसॉफ्ट ने लिंक्डइन का अधिग्रहण करने में कारोबारी प्रतियोगिता का उल्लंघन किया है।
प्रौद्योगिकी वेबसाइट ’पीसीवर्ल्ड डॉट कॉम’ के अनुसार, सेल्सफोर्स के मुख्य विधि अधिकारी बुर्के नॉर्टन यूरोपीय संघ की स्पर्धा-रोधी अधिकारियों के समक्ष कंपनी का पक्ष रखेंगे।
(श्रोतःआईएएनएस)
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