श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे अपने तीन दिवसीय भारत यात्रा पर मंगलवार को दिल्ली पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे से बुधवार को मुलाकात की। इससे पहले कल विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे से मुलाकात की थी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने दोनों देशों के नेताओं की तस्वीर को साझा करते हुए ट्वीट किया ‘एक महत्वपूर्ण पड़ोसी के साथ साझेदारी बढ़ाने हुए प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे से हैदराबाद हाउस में मुलाकात की।’
दक्षेस सम्मेलन रद्द होने और भारत की तरफ से की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद उनका यह दौरा महत्वपूर्ण बताया जा रहा है।
इसके पहले प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे पिछले साल सितम्बर में भारत आये थे। पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर के उरी में हुए आतंकी हमले से पीएम मोदी ने फैसला लिया था कि अगले महीने पाकिस्तान में होने वाले दक्षेस सम्मेलन का बहिष्कार किया था।
इसका समर्थन श्रीलंका के प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे ने भी किया था। भारत का दक्षेस सम्मेलन में भाग न लेने पर प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे ने यह कहते हुए हिस्सा लेने से इंकार किया था कि दक्षेस सम्मेलन में भारत ही नही भाग ले रहा है तो इस सम्मेलन का कोई मतलब ही नहीं है। श्रीलंका के साथ ही बंग्लादेश और अफगानिस्तान ने भी हिस्सा लेने से इंकार कर दिया था।
बता दें कि प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे को बुधवार शाम को भारत के राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से मुलाकात करेंगे। इसके साथ ही भारत सरकार के सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से भी मुलाकात की।
आपसी मतभेदों को भुलाकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भारत आए श्रीलंका के प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे से मुलाकात की। सोनिया के बीमार पड़ने के दो महीने बाद यह उनकी सार्वजनिक मुलाकात थी। प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे गुरूवार को यहां से कोलम्बो रवाना होने से पहले भारत के आर्थिक शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में भाग लेंगे।
(श्रोतःआईएएनएस)
|
Comments: