कोलकाता, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)| फिल्मकार मधुर भंडारकर ने रविवार को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) द्वारा करण जौहर की फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' के खिलाफ प्रदर्शन न करने के फैसले पर अपनी खुशी जाहिर की।
फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान भी हैं। भंडारकर ने कहा कि पूरी फिल्म की शूटिंग आतंकी हमलों से पहले हुई, इसलिए इसे रिलीज होने देना चाहिए।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा,"मैं खुश हूं कि समस्या का समाधान हो गया है। मैं शुरू से कह रहा हूं कि जो भी फिल्में आतंकी हमले से पहले शूट हुई हैं, उन्हें बिना किसी समस्या के रिलीज होने देना चाहिए।"'फैशन' और 'पेज 3' जैसी फिल्मों के लिए पहचाने जाने वाले निर्देशक जागृति आर्ट इनिशिएटीव और फिक्की लेडीज ऑर्गेनाइजेशन की एक धर्मार्थ कार्य के लिए लगाई गई प्रदर्शनी में पहुंचे।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने शनिवार को फिल्म की रिलीज का विरोध न करने की घोषणा की, जिससे करण जौहर और फिल्म की पूरी यूनिट ने राहत की सांस ली है।लेकिन, मनसे ने शर्त लगाई कि पाकिस्तानी कलाकारों को अपनी फिल्मों में शामिल करने वाले सभी निमार्ताओं को प्रायश्चित के तौर पर भारतीय सेना के कल्याण कोष में पांच-पांच करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की ओर से इस मामले में किए गए प्रत्यक्ष हस्तक्षेप के बाद यह घोषणा हुई है। उन्होंने शनिवार को अपने सरकारी आवास पर मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे, करण जौहर, फिल्म एंड टेलीविजन प्रोड्यूसर्स गिल्ड के अध्यक्ष मुकेश भट्ट एवं अन्य की बैठक बुलाई।
मनसे ने पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान अभिनीत करण जौहर की फिल्म की रिलीज के लिए कुछ शर्तें रखीं। इसमें एक शर्त यह भी शामिल है कि फिल्म निर्माताओं को अपनी फिल्म में शुरू में भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि देनी होगी, भारतीय सेना के कल्याण कोष में पांच-पांच करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा और भविष्य में पाकिस्तानियों के साथ काम नहीं करना होगा।
मुद्दा सुलझने पर भंडारकर ने मुकेश भट्ट को बधाई दी।उनकी अगली फिल्म के बारे में पूछे जाने पर राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निर्देशक ने बताया कि वह जल्द ही 1975 के आपातकाल की पृष्ठभूमि पर फिल्म 'इंदु सरकार' की शूटिंग शुरू करेंगे।
--आईएएनएस
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