नई दिल्ली, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)| चेहरे पर मुस्कान और दिल में भोजन के प्रति प्यार समेटे हरपाल सोखी जब भोजन परोसते हैं, तो लोग केवल थाली में सजे व्यजंन ही नहीं उनके खास अंदाज की भी तारीफ करते हैं। वह भोजन को केवल एक व्यजंन नहीं, बल्कि खाने-खिलाने की खुशी और जोश से जोड़कर देखते हैं।
रियलिटी शो 'झलक दिखला जा' ने हरपाल को एक सेलिब्रिटी शेफ बना दिया और उनका कहना है कि यह शो उनके जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ (टर्निग प्वाइंट) रहा है।2013 में अपनी खुद की फूड श्रृंखला 'द फंजाबी तड़का' शुरू करने से पहले हरपाल विभिन्न होटलों और रेस्तरां में अपने स्वाद का जलवा बिखेर चुके हैं।
1993 में जीटीवी के 'खाना खजाना' शो के पहले एपिसोड का संचालन करने वाले हरपाल ने आईएएनएस को एक विशेष बातचीत में बताया, "खाने के शौक को मैं एक मनोरंजन के रूप में देखता हूं, खाना केवल पेट भरने के लिए ही नहीं बल्कि खुशियों का इजहार करने और बांटने का भी जरिया है, इसीलिए त्योहारों पर लोग एक दूसरे को मिठाइयां और तमाम तरह के व्यजंन बांटते हैं।
यह कला हर किसी के लिए है जिसे खाकर या बनाकर हर कोई इसका लुत्फ उठा सकता है।"हरपाल ने अपनी प्रतिभा को केवल रसोई तक सीमित नहीं रखा, बल्कि उन्होंने एक कदम आगे बढ़ते हुए इस साल रियलिटी शो 'झलक दिखला जा' का हिस्सा बनकर दुनिया को बताया कि वह स्वादिष्ट व्यजंन बनाने के साथ ही दूसरे क्षेत्रों में भी अपना दमखम दिखा सकते हैं। उन्होंने इस शो के नौवें सीजन में भाग लिया था।
इस शो ने न उन्हें केवल घर-घर में मशहूर कर दिया, बल्कि एक बड़े सेलिब्रिटी शेफ का भी दर्जा दिया।हरपाल से जब 'झलक दिखला जा' से जुड़ने के अनुभव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया, "झलक दिखला जा से जुड़ना मेरे जीवन का सबसे बड़ा टर्निग प्वाइंट या यू कहें कि मेरे लिए महत्वपूर्ण मोड़ था।
मैं भोजन को भी एक मनोरंजन का माध्यम मानता हूं और जब मुझे झलक का प्रस्ताव तो मैंने इसे भी एक मनोरंजन के जरिए के रूप में लिया, जिससे मैं दुनिया को संदेश दे सकता हूं कि अगर आप बढ़िया खाना खा रहे हैं, तो आप डांस कर इसे पचा भी सकते हैं और मनोरंजन भी हासिल कर सकते हैं।
मैंने इस शो के जरिए लोगों को खाने के साथ-साथ स्वस्थ रहने की भी प्रेरणा देने की कोशिश की थी और मुझे उम्मीद है कि लोग इसे अपनाएंगे।"व्यंजनों में नमक-शमक की एनर्जी डालने वाले हरपाल का सपना कभी इंजीनियर बनने का था लेकिन पिता की अचार की रेसिपी ने उन्हें शेफ बनने के लिए प्रेरित किया और आज भारत के कई शहरों में उनके रेस्तरां संचालित हैं।
वह फूडफूड चैनल पर 'टबर्न तड़का' और 'सिर्फ तीस मिनट' जैसे तमाम शो का सफलतापूर्ण संचालन कर चुके हैं।'झलक दिखला जा' ने हरपाल को काफी प्रसिद्ध दिलाई, अब वह जहां भी जाते हैं, लोग उन्हें एक शेफ से ज्यादा सेलिब्रिटी के तौर पर देखते हैं, ऐसे में सेलिब्रिटी बनने के बाद क्या शेफ की छवि पीछे छूट गई है, इस पर वह कहते हैं, "हां ऐसा है, लोग मुझे एक सेलिब्रिटी के तौर पर अधिक जानने लगे हैं लेकिन मेरा मानना है कि जिस चीज को लेकर आप जुनूनी हैं, उसे कभी पीछे नहीं छोड़ना चाहिए।
"उन्होंने कहा, "झलक एक सफर था, जिसे मैंने तय किया है। मैं भोजन के प्रति अपने प्यार और जुनून को कभी नहीं छोड़ सकता हूं। मैं हमेशा एक शेफ रहा हूं और वही रहूंगा लेकिन हर एक चीज में संतुलन जरूरी है। मैंने अपने जीवन में भोजन और नृत्य का संतुलन बनाया उसी तरह मैं लोगों से कहना चाहूंगा कि वह भी अपने जीवन में संतुलन बनाकर चलें।
"'झलक दिखला जा' के अलावा किसी रियलिटी शो में जाने की योजना के बारे में पूछे जाने पर हरपाल ने बताया, "मैं झलक दिखला जा के बारे में बताना चाहूंगा कि यह मेरी ख्वाहिशों में शुमार था और इसलिए मैंने इस शो को किया। फिलहाल अभी किसी खास रियलिटी शो का प्रस्ताव नहीं है और अगर मुझे ऐसा कोई प्रस्ताव मिलता है, जिससे मुझे और समाज दोनों को ही लाभ मिलता है तो मैं उसे जरूर करूंगा।"
आजकल लोग अपने स्वास्थ्य और खासतौर पर वजन को लेकर बहुत चिंतित रहते हैं, एक शेफ होने के तौर पर आप लोगों को क्या सलाह देना चाहेंगे, इस पर हरपाल कहते हैं, "मुझे ऐसा लगता है कि अगर आप आलसी जीवन बिताते हैं तभी आपको इस तरह की चिंताएं सताएंगी। आप अच्छा खाने के साथ ही अगर नियमित व्यायाम या शारीरिक परिश्रम करते हैं, तो फिर आपको चिंता करने की जरूरत नहीं। खानपान और व्यायाम में संतुलन ही स्वस्थ्य रहने की कुंजी है।"
--आईएएनएस
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