मुंबई, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)| भारत और पाकिस्तान के बीच जारी कड़वाहट के मद्देनजर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) की धमकी से मुश्किल में पड़ी फिल्मकार करण जौहर की फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' रिलीज होने में अब कोई बाधा नहीं आएगी।
मनसे ने शनिवार को इस फिल्म का विरोध न करने की घोषणा कर फिल्म की पूरी यूनिट को राहत की सांस लेने दिया। मनसे ने उदारता दिखाई, लेकिन एक शर्त के साथ। शर्त यह कि पाकिस्तानी कलाकारों को अपनी फिल्म में शामिल करने वाले निर्माताओं को प्रायश्चित के तौर पर भारतीय सेना के कल्याण कोष में पांच करोड़ रुपये देने होंगे।
मनसे ने फिल्म का विरोध न करने की घोषणा मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस के हस्तक्षेप के बाद की है। इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जब मुंबई का दौरा किया था, तब बॉलीवुड के प्रतिनिधियों ने उनसे मुलाकात कर सुरक्षा सुनिश्चित कराने की अपील की थी।
मनसे प्रमुख राज ठाकरे का कहना है कि सभी पाकिस्तानी कलाकारों व गायकों को बॉलीवुड में पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिया जाना चाहिए।ठाकरे ने कहा, "जब हमारे जवान सीमा पर शहीद हो रहे हैं, तो पाकिस्तानी कलाकारों का बॉलीवुड में स्वागत क्यों किया जा रहा है? क्या उड़ी हमला पहला हमला है?"फड़णवीस ने शनिवार को एक बैठक बुलाई, जिसमें मनसे प्रमुख राज ठाकरे, करण जौहर और फिल्म एंड टेलीविजन प्रोड्यूसर्स 'गिल्ड ऑफ इंडिया' के अध्यक्ष मुकेश भट्ट तथा अन्य शामिल थे।
यह बैठक मुख्यमंत्री के निवास पर हुई।मनसे ने हालांकि करण की फिल्म रिलीज होने के लिए कुछ शर्ते रखी हैं। इसमें एक शर्त यह भी शामिल है कि अपनी फिल्म में पाकिस्तानी कलाकारों को शामिल करने वाले निर्माताओं को सिनेमाघरों पर जाकर फिल्म रिलीज करने से पहले भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि देनी होगी और इसके साथ ही भारतीय सेना के कल्याण कोष में पांच करोड़ रुपये जमा करने होंगे।
उल्लेखनीय है कि जम्मू एवं कश्मीर के उड़ी में सेना के शिविर पर 18 सितंबर को हुए आतंकवादी हमले के बाद मनसे ने फिल्म को रिलीज नहीं होने देने की धमकी दी थी। इस हमले में भारतीय सेना के 19 जवान शहीद हो गए थे। भारत ने इसके लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है।फिल्म रिलीज होने में आड़े आने वाली मुश्किलों के मद्देनजर फिल्म एंड टेलीविजन प्रोड्यूसर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मुकेश भट्ट ने एक प्रतिनिधिमंडल के साथ गुरुवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ से मुलाकात की थी।
उन्होंने फिल्म रिलीज होने में किसी तरह की मुश्किल न आने देने का भरोसा दिलाया था।यह फिल्म दिवाली से दो दिन पहले 28 अक्टूबर को रिलीज होने वाली है। इसमें ऐश्वर्य राय बच्चन, रणबीर कपूर, अनुष्का शर्मा और पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान प्रमुख भूमिकाओं में हैं।ठाकरे ने कहा, "हमने हमेशा से पाकिस्तानी कलाकारों, क्रिकेट खिलाड़ियों के खिलाफ आवाज उठाई है।"दिलचस्प बात यह कि शिवसेना भी कई दशकों से पाकिस्तानी कलाकारों, लेखकों और क्रिकेट खिलाड़ियों के भारत आने का विरोध करती रही है, जबकि यह पार्टी महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ और केंद्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में एक घटक है।
राज ठाकरे ने यह भी कहा कि फिल्म निर्माताओं को मनसे को लिखित में देना होगा कि वे किसी भी पाकिस्तानी कलाकार या गायकों के साथ काम नहीं करेंगे।ठाकरे ने कहा, "निर्माता प्रायश्चित राशि (पांच करोड़ रुपये) के बारे में फड़णवीस के साथ चर्चा करेंगे और हमें सूचना देंगे, लेकिन आज से किसी भी पाकिस्तानी कलाकार को शामिल करने की जरूरत नहीं है। इस मामले में हम किसी भी तरह मुरब्बत करने वाले नहीं हैं।"उड़ी हमले के बाद से दोनों देशों के बीच जारी तनाव के बाद से ही करण की फिल्म के लिए परेशानियां शुरू हो गई थीं।
इसका असर दोनों देशों के फिल्म जगत पर साफ देखा जा रहा है।'ऐ दिल है मुश्किल' एक और कारण से भी विवाद में है। फिल्म के निर्देशक करण जौहर पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने विवादस्पद अभिनेता कमाल आर. खान को 25 करोड़ रुपये की रिश्वत देकर उनसे कहा था कि वह अजय देवगन की फिल्म 'शिवाय' के बारे में नकारात्मक बयान दें और 'ऐ दिल है मुश्किल' के लिए सकारात्मक। दोनों फिल्में एक ही दिन 28 अक्टूबर को रिलीज होने जा रही है।
--आईएएनएस
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