मुंबई, 23 अक्टूबर: मशहूर अभिनेता आमिर खान का कहना है कि वह फिल्मी हस्तियों पर आधारित किताबें पढ़ना पसंद करते हैं। हालांकि उन हस्तियों के बारे में 100 फीसदी सच नहीं लिखा होता है।
आमिर शनिवार को जियो मामी 18वें मुंबई फिल्म महोत्सव में दिग्गज फिल्मकार व अपने चाचा नासिर हुसैन पर आधारित किताब 'म्यूजिक, मस्ती, मार्डेनिटी : द सिनेमा ऑफ नासिर हुसैन' के विमोचन अवसर पर मौजूद थे। इस अवसर पर हुसैन के बेटे मंसूर खान और बेटी नुजहत खान भी मौजूद थे।
आमिर ने कहा कि अक्षय मनवानी लिखित इस किताब को उन्होंने नहीं पढ़ा है क्योंकि वह दंगल की शूटिंग में व्यस्त थे, लेकिन उन्हें फिल्मी किताबें पढ़ना पसंद है और उन्होंने नरगिस, मीना कुमारी और गुरुदत्त जैसे कलाकारों पर आधारित किताबों को खूब पढ़ा है।
अभिनेता के मुताबिक, "मैंने सिर्फ भारतीय ही नहीं, बल्कि विदेशी कलाकारों पर आधारित कई किताबें भी पढ़ी है।
फिल्मकार बिली विल्डर पर आधारित किताब शानदार थी। अक्षय जैसे लोग हमें दूसरी दुनिया में ले जाने के लिए तकलीफ उठाते हैं। मैं इस बात को समझ सकता हूं कि कुछ बातें छूट जाती हैं। वे 100 फीसदी सच नहीं होती हैं।
यह संभव भी नहीं है, लेकिन वे मुझे दूसरी दुनिया में ले जाते हैं और मुझे यह पसंद है।"फिल्मकार नासिर हुसैन के बारे में आमिर ने कह कि वह अपने जमाने में सफल फिल्मकार होने के बावजूद सामान्य शख्सियत की तरह पेश आते थे।
मंसूर ने कहा कि उन्हें यह पता था कि उनके पिता खास हैं, लेकिन वह 'फिल्मी' नहीं थे।नुजहत ने बताया कि उनके पिता पश्चिमी संगीत सुनना पसंद करते थे।इस मौके पर नासिर हुसैन के साथ 'तीसरी मंजिल' और 'जब प्यार किसी से होता है' आदि फिल्मों में काम कर चुकी आशा पारेख भी मौजूद थीं।
कार्यक्रम में उपस्थित अभिनेता इमरान खान ने कहा कि उन्होंने अपने नाना को कभी फिल्मकार के रूप में नहीं देखा। वह उन्हें (इमरान) शाम को कहानियां सुनाया करते थे।
--आईएएनएस
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