नई दिल्ली, 20 अक्टूबर: आंदोलनकारी छात्रों ने करीब 20 घंटे से ज्यादा समय तक बंधक बनाए रखने के बाद गुरुवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के कुलपति एम जगदेश कुमार को उनके कार्यालय से जाने दिया।
छात्रों ने बुधवार को लापता छात्र नजीब अहमद के मामले को लेकर प्रशासनिक ब्लॉक के बाहर प्रदर्शन करना शुरू किया था। अहमद बीते छह दिन से लापता है। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रों ने कुलपति सहित शीर्ष अधिकारियों को उनके कार्यालय में रोके रखा था।
वामपंथी छात्र संगठन और कांग्रेस की छात्र इकाई सहित प्रदर्शनकारी छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर अहमद का पता लगाने में निष्क्रिय बने रहने का आरोप लगाया।वामपंथी छात्र संगठन, आरएसएस की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) पर एक विवाद के बाद स्नातक छात्र के अपहरण का आरोप लगा रहे हैं।
नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया के एक सदस्य सनी धीमान ने कहा, "एक कुलपति की क्या जिम्मेदारी है, एक एफआईआर भी नजीब अहमद की मां ने दर्ज कराई है। प्राक्टोरियल जांच में केवल एक व्यक्ति की गलती पाई गई, दूसरों लोगों का क्या हुआ।
"धीमान ने कहा कि स्कूल ऑफ रसियन स्टडीज का एक छात्र भी विवाद में शामिल था और उसने बुधवार को अहमद से लड़ाई करने की कोशिश की थी।एबीवीपी के अलावा सभी छात्र राजनीतिक निकायों ने विरोध में हिस्सा लिया और विश्वविद्यालय अधिकारियों के खिलाफ अपने गुस्से का इजहार किया।दिल्ली पुलिस ने बुधवार को अहमद की सूचना देने पर 50,000 रुपये का इनाम देने की घोषणा की।
--आईएएनएस
|
Comments: