नई दिल्ली, 18 अक्टूबर: दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के उपाध्यक्ष चेतन चौहान ने मंगलवार को कहा कि संघ खेल प्रशासन में सुधार के लिए गठित लोढ़ा समिति की सिफारिशों पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का पालन करेगा। चेतन ने हालांकि इस बात को माना की इसको लेकर डीडीसीए के अधिकारियों में वैचारिक मतभेद भी हैं।
चेतन ने कहा, "डीडीसीए के सदस्यों में इस मुद्दे को लेकर आपसी मतभेद भी हैं। कई लोग बीसीसीआई के साथ हैं, जबकि अन्य कानून का पालन करने वाले लोग हैं और सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के साथ हैं।"उन्होंने कहा, "अदालत का अंतिम फैसला आने दीजिए।
इसके बाद ही हम हमारे अगले कदम के बारे में फैसला लेंगे।"क्रिकेट प्रशासन में सुधार के लिए सर्वोच्च अदालत द्वारा न्यायमूर्ति आर. एम. लोढ़ा की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया था।
इस समिति ने क्रिकेट के कामकाज में सुधार के लिए कई आमूल-चूल परिवर्तन के सुझाव दिए हैं जिनका यदि पालन हो तो देश में क्रिकेट प्रशासन की सूरत ही बदल जाए।भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने लोढ़ा समिति की सिफारिशों के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में समीक्षा याचिका दायर की है।
इस याचिका पर मंगलवार को सुनवाई होनी थी, लेकिन सुनवाई को दो सप्ताह के लिए टाल दिया गया है।अदालत ने अपने हाल ही के आदेश में बीसीसीआई को लोढ़ा समिति की सिफारिशें न मानने वाले संबद्ध राज्य संघों को धन आवंटन से रोक दिया था।
चेतन ने हालांकि कहा कि डीडीसीए के पास गुरुवार को भारत और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले मैच को आयोजित कराने के लिए पर्याप्त पैसा है और उन्हें बीसीसीआई से वित्तीय सहायता की जरूरत नहीं है।भारत और न्यूजीलैंड के बीच 20 अक्टूबर को होने वाले मैच की मेजबानी डीडीसीए को करनी है। चेतन ने मैच में पिच पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह अच्छी विकेट होगी।
उन्होंने कहा, "विकेट पूरी तरह से हरी नहीं होगी लेकिन थोड़ी बहुत घास उस पर जरूर होगी। यह एकदिवसीय के लिए उपयुक्त पिच है। तेज गेंदबाज के लिए यहां थोड़ा अतिरिक्त उछाल होगा।"उन्होंने कहा, "यह बल्लेबाजों के लिए भी अच्छी विकेट होगी।
यह बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों के लिए मददगार होगी।"उन्होंने कहा, "बारिश की वजह से हम पिच को नए तरह से बना नहीं पाए, लेकिन हमने ऊपरी सतह में कुछ बदलाव किए हैं। हमें मनोरंजक क्रिकेट की उम्मीद है। यही हम चाहते हैं।"
--आईएएनएस
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