मुंबई, 18 अक्टूबर: फिल्मकार अनुराग कश्यप ने प्रधानमंत्री की पाकिस्तान यात्रा पर सवाल खड़े करने वाले अपने ट्वीट पर मंगलवार को सफाई दी और कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री से माफी मांगने के लिए नहीं कहा था।
मीडिया पर सुर्खियां बनाने के लिए उनके बयानों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाते हुए कश्यप ने अपने फेसबुक पेज पर एक लंबा संदेश पोस्ट करते हुए कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुझे ट्वीट करने के पीछे के इरादों की व्याख्या करनी पड़ रही है क्योंकि अन्य लोगों और फिल्म उद्योग के मेरे साथियों को मेरी राय की वजह से तकलीफ झेलनी पड़ रही है।"
अनुराग कश्यप ने लिखा, "मैं फिल्म जगत को आसानी से निशाना बनाए जाने से थक गया हूं। हमें राय जाहिर करने पर कोसा जाता है और नहीं जाहिर करने पर भी कोसा जाता है।
जब हम खुद को इसमें शामिल नहीं करते तो वे पूछते हैं कि बॉलीवुड अब चुप क्यों है? जब हम खुद को शामिल करते हैं तो वास्तविक खबरों से आपका ध्यान भटकाने के लिए हमें बलि का बकरा बना दिया जाता है।"अनुराग ने लिखा, "स्थिति कैसी भी हो, वे उसे सनसनीखेज बना देते हैं।
फिर भी मैं मीडिया को बाइट (बयान) देने के बजाए अपने प्लेटफार्म पर अपने विचार रख रहा हूं। नहीं, अनुराग कश्यप ने प्रधानमंत्री से माफी मांगने के लिए नहीं कहा था (जैसा कि अधिकांश हेडलाइन आपको बताना चाहती हैं)।"कश्यप का कहना है कि उन्होंने 'बस स्थिति की निष्पक्षता पर' सवाल उठाया था।
कश्यप ने लिखा है, "प्रधानमंत्री बात करने के लिए पाकिस्तान की यात्रा पर गए। ठीक उसी समय एक फिल्मकार एक पाकिस्तानी कलाकार के साथ फिल्म बना रहा था। दोनों में से किसी को नहीं मालूम था कि भविष्य में क्या होगा। लेकिन, कीमत सिर्फ एक चुका रहा है।"कश्यप ने 16 अक्टूबर को किए गए अपने ट्वीट के संदर्भ में ये बातें लिखीं।
उन्होंने अपने ट्वीट में कहा था, "नरेंद्र मोदी सर, आपने अभी तक पाकिस्तानी प्रधानमंत्री से मिलने के लिए की गई यात्रा को लेकर 'सॉरी' नहीं कहा है। यह 25 दिसंबर था। ठीक उसी दिन करण जौहर अपनी फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' का फिल्मांकन कर रहे थे। क्यों?"फिल्मकार के इस ट्वीट को लेकर हलचल मच गई थी।
यह ट्वीट सिनेमाघर के मालिकों और प्रदर्शकों के संघ के उस निर्णय के मद्देनजर किया गया जिसमें इन लोगों ने महाराष्ट्र, गोवा और गुजरात में सिंगल स्क्रीन पर पाकिस्तानी कलाकारों वाली फिल्मों को रिलीज नहीं करने का फैसला किया है।
ऐसे में पाकिस्तानी कलाकार फवाद खान अभिनीत करण जौहर की फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' के रिलीज होने में मुश्किल नजर आ रही है।
कश्यप ने मंगलवार को कहा कि वह इस बात को भलीभांति समझते हैं कि सरकार पाकिस्तानी कलाकारों को वापस भेजने या उन्हें प्रतिबंधित करने के मसले पर कुछ नहीं बोलेगी और यह वैसा ही है जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद उनकी (कश्यप) फिल्म को सेंसर नहीं करेंगे।फिल्मकार के मुताबिक, "लेकिन, हम सबने उन्हें चुना है।
इसलिए मीडिया, राजनीतिक दलों व बदमाशों से हमारी रक्षा करना उनकी जिम्मेदारी है। और, जब सत्तारूढ़ दल के सदस्य संकट के इस समय में प्रतिक्रिया देने के बजाए प्रधानमंत्री का मूड भांप रहे हों तो फिर मुझे इस संबंध में सीधे खुद प्रधानमंत्री मोदी से बात करना ही पड़ेगा।
"कश्यप ने कहा कि 'भारत माता की जय' के साथ ट्वीट करना एक तरह से व्यंग्य था। यह उन बिना दिमाग वाले लोगों के लिए किया गया था जो देशभक्ति का सबूत मांगते रहते हैं। कश्यप ने लिखा कि उन्हें उम्मीद है कि अब उनकी स्थिति साफ हो गई होगी।
--आईएएनएस
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