बगदाद, 17 अक्टूबर (आईएएनएस)| आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट (आईएस) के इराक के अंतिम गढ़ मोसुल शहर को मुक्त कराने के लिए इराकी सैन्य अभियान की शुरुआत हो गई है।
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, मोसुल में आईएस पर आक्रमण की घोषणा इराक के प्रधानमंत्री हैदर अल-आब्दी ने सोमवार को की।
उन्होंने कहा, "सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य, ऐतिहासिक शहर पर पुन: अधिकार प्राप्त करने और दस लाख से ज्यादा निवासियों को आईएस के आतंकवाद और क्रूरता से आजादी दिलाने की शुरुआत हो गई है। विजय की घंटी बज चुकी है।"
उन्होंने कहा, "आज मैं आपको आईएस से आजाद करने वाले इस वीरतापूर्ण अभियान की शुरुआत की घोषणा करता हूं।"आब्दी ने कहा, "इंशाअल्लाह, हम मोसुल में आजादी और आईएस से आपकी मुक्ति का जश्न मनाने के लिए मिलेंगे, जिससे हम सभी एक बार फिर साथ रह सकेंगे।
सभी धर्म एकजुट हैं, हम एकसाथ मिलकर फिर से अपने प्यारे शहर मोसुल को बनाएंगे।"'कम्बाइंड ज्वांइट टास्क फोर्स ऑपरेशन इनहेरेंट रिजाल्व' के कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल स्टीफेन टाउनसेंड के अनुसार, करीब 54,000 से ज्यादा इराकी सैनिक मोसुल को मुक्त कराने में लगे हैं।
इराक में आईएस से लड़ रहे अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन में कई समूह शामिल हैं, लेकिन इसमें प्रमुख रूप से इराकी और कुर्द पेशमर्गा लड़ाके हैं।आब्दी के अनुसार, आक्रमण की आधिकारिक योजना के तहत सिर्फ इराकी सेना और राष्ट्रीय पुलिस मोसुल शहर में प्रवेश करेंगी।
मोसुल, इराक का दूसरा सबसे बड़ा शहर है, जिस पर आईएस का जून 2014 से कब्जा है।इराकी अगुवाई वाली सेना में लामबंद इकाइयों, मुख्य रूप से शिया अर्धसैनिक बलों के साथ सुन्नी और ईसाई लड़ाके भी हैं। इनकी योजना मोसुल के दक्षिण में आईएस के बारूदी सुरंगों पर थर्मोबेरिक मिसाइलों से हमला करने की है।
अमेरिकी सैन्य अधिकारियों के अनुमान के मुताबिक, मोसुल में आईएस के 5,000 से ज्यादा लड़ाके हैं। सीएनएन ने आईएस समर्थकों की संख्या 7,000 बताई है।
अमेरिका रक्षा मंत्री ऐश कार्टर के अनुसार, "यह आईएस को स्थायी मात देने के अभियान में एक निर्णायक क्षण है।"उन्होंने कहा, "हमें अपने इराकी भागीदार पर भरोसा है। हम अपने साझा दुश्मन के खिलाफ जीत हासिल करेंगे और मोसुल सहित बाकी इराक को आईएस की क्रूरता और घृणा से आजादी दिलाएंगे।
"'गार्डियन' की रिपोर्ट के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी स्टीफेन ओ ब्रायन ने कहा कि वह मोसुल में नागरिकों की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित है, जिनका शहर पर हमले के बाद मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। दस लाख लोगों के सिर पर अपने घरों को छोड़ने का खतरा मंडरा रहा है।
--आईएएनएस
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