यंगून, 2 दिसम्बर (आईएएनएस)| म्यांमार सरकार ने राखिने राज्य में हुए हमलों की जांच के लिए जांच आयोग गठित किया है। गौरतब है कि नौ अक्टूबर को सशस्त्र हमलावरों ने राखिने में स्थित तीन सीमा चौकियों पर हमला कर दिया था। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, गुरुवार को राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा प्रथम उपराष्ट्रपति यू. मिंट स्वे के नेतृत्व में 13 सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया गया।
अगर मौजूदा कानून, नियम, अधिनियम के तहत ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जाते हैं तो जांच आयोग हिंसक घटनाओं के पीछे की सच्चाई का पता लगाने की कोशिश करेगा।आयोग क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने के संबंध में सुझाव व सलाह देगा। आयोग अपनी रपट 31 जनवरी, 2017 को प्रत्यक्ष रूप से राष्ट्रपति को सौंपेगा।मॉन्गताव के क्यीकानप्यी, राथेदौंग के कोटानकौक और गाखुया कार्यालय पर सैकड़ों सशस्त्र हमलावरों ने अक्टूबर में हमला कर दिया था, जिसमें पांच जवान और नौ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।दो महिलाओं सहित कुल 30 हमलावर मारे गए थे। हमले के बाद म्यांमार सरकार के सैनिकों और हथियारबंद लोगों के बीच हुए संघर्ष में मॉन्गताव में कई संदिग्ध पकड़े गए।म्यांमार सरकार ने अगस्त में राखिने की क्षेत्रीय समस्या को हल करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान की अध्यक्षता में एक सलाहकार आयोग का भी गठन किया था।अन्नान आयोग द्वारा भी सरकार को निष्कर्ष और सिफारिशें सौंपे जाने की उम्मीद है।इस स्थिति पर नवंबर में अन्नान ने सभी समुदायों से हिंसा छोड़ने और सुरक्षा सेवाएं मुहैया कराने वालों से कानून का पालन करने का आग्रह किया था।सरकार के अनुसार, इन हमलों में कथित रूप से इस्लामी चरमपंथी भी शामिल हैं, जिन्हें विदेशी आतंकवादी संगठनों द्वारा आर्थिक मदद दी जा रही है।--आईएएनएस
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