जम्मू-कश्मीर में शुक्रवार को जुमें की जमान के बाद प्रर्दशन को देखते हुए प्रशासन ने जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के कुछ इलाको पर कर्फ्यू लगा दिया गया है। यहां अशांति के चलते लगातार जनजीवन प्रभावित रहा।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर में शहर के व्यावसायिक इलाकों के क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है। उन्होंने बताया कि जुमे पर प्रर्दशन व कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए नौहट्टा, खानयार, रैनावारी, सफकदल और महराजगंज थाना क्षेत्र अन्तर्गत इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है।
उन्होंने बताया कि हुर्रियत समूह के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारुख ने कहा कि वह नौहट्टा की जामिया मस्जिद में जुमे की नमाज अदा करने के लिए प्रतिबंधों को दरकिनार करेंगे। मीरवाइज को श्रीनगर में उनके निवास स्थान निगीन में नजरबंद रखा गया है।
घाटी में अलगाववादियों द्वारा आहूत बंद की वजह से लगातार 112वें दिन भी जनजीवन अस्त-व्यस्त है।
इसके चलते लगातार घाटी में स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय सहित शभी शैक्षिणक संस्थान बंद हैं।
बता दें कि मुहर्रम का जुलूस इन इलाकों से गुजरा करता है लेकिन आतंकवाद उपजने के बाद 1990 से इस पर प्रतिबंध है। अधिकारियों का कहना है कि धार्मिक जुलूसों का इस्तेमाल अलगाववादी राजनीति के प्रचार के लिए किया जाता है।
इसके साथ ही साथ बीते आठ जुलाई को सेना के सुरक्षा बलों के साथ एक मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिदीन कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद से घाटी में लगातार 112वें दिन जनजीवन प्रभावित रहा है।
सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच चले झड़प में 2 पुलिसकर्मी सहित 84 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि हजारों की संख्या में लोग घायल हो गए थे।
इस घटना के चार महीने बीत जाने के बाद भी यहां दुकानें, व्यापारिक प्रतिष्ठान, स्कूल, परिवहन, आदि सड़क पर दिखाई नही दे रहे।
श्रोत- आईएएनएस
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