लखनऊ, 23 अक्टूबर (आईएएनएस/आईपीएन)। उत्तर प्रदेश में सत्ताधारी मुलायम परिवार दो गुटों में बंट गया है। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के बीच चल रही कलह अब खुलकर सामने आने लगी है।
इस बीच राज्यसभा सांसद प्रो. रामगोपाल यादव ने सपा कार्यकर्ताओं को चिट्ठी लिखकर अखिलेश विरोधियों पर हमला बोला। रामगोपाल ने अखिलेश विरोधियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अखिलेश विरोधी सुलह की कोशिश दिखाकर उनकी रथयात्रा में अड़चन डालने की साजिश कर रहे हैं।
अखिलेश की रथयात्रा उनके विरोधियों के गले की फांस बन गई है। उन्होंने अपने पत्र में ये साफ कर दिया कि अखिलेश विरोधी विधानसभा नहीं पहुंच पाएंगे।
रामगोपाल ने लिखा कि जहां अखिलेश हैं, जीत वहीं है। रामगोपाल ने कहा, "हम चाहते हैं कि राज्य में समाजवादियों की सरकार बने, जबकि शिवपाल और उनके समर्थक चाहते हैं कि हर हाल में अखिलेश चुनाव हार जाए। हमारी सोच पॉजिटिव है, जबकि उनकी सोच नेगेटिव।
"रामगोपाल ने आगे अपने पत्र में लिखा कि अखिलेश के साथ वो लोग खड़े हैं जिन्होंने इस पार्टी के लिए खून पसीना बहाया है, अपमान सहा है, जबकि उधर के लोग वो हैं, जिन्होने हजारों रुपया कमाया है और सत्ता का दुरुपयोग किया है।रामगोपाल की चिट्ठी :प्रिय साथियों,हम चाहते हैं कि माननीय मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार बने।
वे चाहते हैं कि हर हालत में अखिलेश हारें। हमारी सोच पोजिटिव है, उनकी निगेटिव। माननीय मुख्यमंत्री के साथ वे लोग हैं जिन्होंने पार्टी के लिए खून बहाया है, अपमान सहा है। उधर वे लोग हैं जिन्होंने हजारों करोड़ रुपये कमाए हैं, व्याभिचार किया है और सत्ता का दुरुपयोग किया है।
जनता को भ्रमित करने के लिए कुछ लोग मध्यस्थता करते हैं, बयानबाजी करते हैं।बहकावे में आने की जरूरत नहीं है। रथयात्रा विरोधियों के गले की फांस है। इस फांस को और बढ़ाना है। अखिलेश का विरोध करने वाले विधानसभा का मुंह नहीं देख पाएंगे। न डरें ना विचलित हों। जहां अखिलेश है, वहां विजय है।
--आईएएनएस
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