नई दिल्ली, 19 अक्टूबर: कबीर के सादगीपूर्ण दोहों में हमारे सारे आध्यात्मिक और जटिल प्रश्नों के समाधान निहित हैं। वाराणसी के दरभंगा घाट और अस्सी घाट पर अगले माह तीन दिनों तक कबीर के आत्मिक संगीत की गूंज सुनाई देगी।
यह गूंज चार नवंबर से शुरू हो रहे महिन्द्रा कबीरा उत्सव में सुनाई देगी। यहां जारी बयान के अनुसार, महिन्द्रा समूह और टीमवर्क आर्ट्स ने मिलकर इस वार्षिक महोत्सव की योजना बनाई है, जो कबीर की अनेकता में एकता का संदेश देने वाली निर्गुण ब्रह्म की उपासना का संदेश देगी।
बयान के अनुसार, यह एक ऐसा कार्यक्रम है, जो कबीर की आंतरिक प्रेरणा और काव्य रचनाओं को उनकी जन्मस्थली वाराणसी की चमत्कारिक आत्मा के साथ जोड़ने का प्रयास कर रहा है।बयान में कहा गया है कि इस महोत्सव में न केवल कबीर के प्रेरणादायक संगीत का समावेश होगा, बल्कि साहित्यिक गोष्ठियों, हेरिटेज वाक्स, स्थानीय व्यंजनों और योग आदि का भी चटकदार रंग दिखेगा।
महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनन्द महिंद्रा ने कहा, "महिन्द्रा कबीरा उत्सव एक वार्षिक आयोजन होगा, जिसका उद्देश्य वाराणसी की संस्कृति का सर्वागीण अनुभव कराना होगा, जो यहां की संस्कृति के विभिन्न आयामों को आत्मसात करेगा। महिन्द्रा समूह का सौभाग्य है कि उन्हें यह अवसर प्राप्त हुआ है, क्योंकि उनकी कार्यशैली और कॉरपोरेट संस्कृति में भी कबीर के दर्शन एवं विचारधारा का सम्पूर्ण समावेश है।
"बयान में कहा गया है कि इस महोत्सव में बनारसी घराना, स्थानीय लोक संगीत और सूफी संगीत, दादरा, ठुमरी, खयाल, गजल गायकी के प्रसिद्ध कलाकारों तथा तबला और पखावज वादकों को बनारस के घाटों के परिप्रेक्ष्य में और सुरम्य गंगा की गोद में सुनने का अवसर मिलेगा।
समारोह में कबीर पर साहित्यिक गोष्ठियों के साथ ही स्थानीय व्यंजनों का आनन्द भी शामिल होगा।टीमवर्क आर्ट्स के प्रबंध निदेशक संजय रॉय ने कहा, "महिन्द्रा कबीरा उत्सव एक ऐसा मंच प्रस्तुत करेगा, जिसके द्वारा कबीर के दर्शन को समझने और आत्मसात करने का अवसर मिलेगा। आत्मिक संगीत, साहित्य गोष्ठियों, हेरिटेज वाक्स तथा वाराणसी का अंतरंग अनुभव इस उत्सव का प्राण होगा।
"इस तीन दिवसीय आयोजन में सभी नि:शुल्क आमंत्रित होंगे। साथ ही विशेष पैकेजेज का भी प्रबंध होगा, जो वाराणसी की संस्कृति के विविध पहुलुओं पर प्रकाश डालेंगे और विश्व के प्राचीनतम नगरों में गिने जाने वाली इस नगरी के इतिहास से भी परिचित कराएंगे।
-- आईएएनएस
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