भारतीय पनडुब्बी को सीमा पर पाकिस्तान द्वारा देखने और उसे खदेड़ने के दावे को खारिज करते हुए भारतीय नौसेना प्रमुख सुनील लांबा ने शुक्रवार को कहा कि भारत अपनी पनडुब्बियों को अभियान की जरूरत के हिसाब से तैनात करता है।
सीमा की सुरक्षा को लेकर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के बलूचिस्तान स्थित ग्वादर बंदरगाह पर चीनी नौसेना की उपस्थिति पर नजर रखी जा रही है और भारत इससे निपटने के लिए तैयार है।
यह बातें नौसेना दिवस पर सालाना ब्रीफिंग के दौरान चीफ ऑफ नेवल स्टाफ ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहीं। उन्होंने कहा कि किसी भी देश की पनडुब्बी को खदेड़ना कोई आसान काम नहीं है। पाकिस्तान द्वारा किया गया दावा पूरी तरह बेबुनियाद है।
नौसेना प्रमुख ने कहा कि हम अपनी पनडुब्बियों को अभियान की जरूरत के हिसाब से तैनात करते हैं और जहां भी जरूरत होगी हम अपनी पनडुब्बियों की तैनाती जारी रखेंगे।
बता दें कि पाकिस्तानी नौसेना ने बीते 18 नवंबर को दावा किया था कि उसने अपनी जलसीमा के भीतर एक भारतीय पनडुब्बी का पता लगाया और उसे खदेड़ा, जिसे भारत उसके जलक्षेत्र में तैनात करने का प्रयास कर रहा था।
लेकिन पाकिस्तान के बलूचिस्तान स्थित ग्वादर बंदरगाह पर चीनी नौसेना के जहाजों व पनडुब्बियों की मौजूदगी पर नौसेना प्रमुख ने कहा कि भारत इसपर पैनी नजर बनाए हुए है।
इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि किसी भी ताकत से निपटने के लिए हमारे पास क्षमता व साधन हैं। हमारे पास ऐसी स्थिति से निपटने की योजना है।
एडमिरल लांबा ने कहा कि चीनी नौसेना ने भारतीय जलसीमा को नहीं छुआ है और भारत ने हिंद महासागर में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की नौसेना के जहाजों व पनडुब्बियों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए निगरानी मिशन शुरू किया है।
उन्होंने आगे ये भी कहा कि नौसेना दूसरे स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर के डिजाइन को अंतिम रूप देने में लगी है और जल्द ही सरकार से मंजूरी लेगी। उन्होंने कहा कि हिंद महासागर में सुरक्षा के लिए 40 जहाज, चार सबमरीन तथा 12 विमानों को तैनात किया गया है।
स्रोत- आईएएनएस
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