पाकिस्तान में छुपे आतंकियों के लांच पैड को खतम करने के लिए की भारतीय सेना कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से दोनो देशों के बीच सम्बन्धों के सारे आसार खतम होने लगे थे। इन दिनों जब एक बार फिर दोनों देशों में सचिव स्तर की वार्ता होने की उम्मीदें बन रही थी तो पाकिस्तान की तरफ से हुए नगरोटा हमले ने इस पर भी पानी फेर दिया।
पीछले सप्ताह जम्मू के नगरोटा में भारतीय सेना के कैम्प पर हुए आतंकी हमले ने दोनो देशों के सुधार की सारी उम्मीदें खतम हो गयी। भारत ने अब अधिकारिक तौर पर इस बात की घोषणा कर दिया है कि दोनो देशों के बीच कसी भी तरह की वार्ता नही होगी।
,भारत ने बातचीत की सारी उम्मीदों को खारिज करते हुए गुरुवार को कहा कि जम्मू के सैन्य शिविर पर आतंकवादी हमले में सात जवानों की शहादत की घटना को उसने बेहद गंभीरता से लिया है और देश की सुरक्षा के लिए जो जरूरी है, वही किया जाएगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से सीमा पार आतंकवाद को हल्के में नहीं लिया जा सकता और इस्लामाबाद को अपनी विदेश नीति के रूप में आतंकवाद को एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल करना बंद कर देना चाहिए।
स्वरूप ने बात को स्पष्ट करते हुए कहा, ‘अगला कदम उठाने से पहले हम नगरोटा हमले से संबंधित विस्तृत सूचना का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन मेरी इच्छा इस बात पर जोर देने की है कि सरकार ने इस घटना को बेहद गंभीरता से लिया है।’
जम्मू से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नगरोटा में भारतीय सेना के शिविर पर पुलिसकर्मियों के वेश में आतंकवादियों के आ धमकने और हमला करने के दो दिन बाद विदेश मंत्रालय की तरफ से ये टिप्पणियां सामने आई हैं।
स्वरूप ने हमले का आरोप पाकिस्तान पर लगाया है। उन्होंने कहा, ष्जैसा कि आप सब जानते हैं, पाकिस्तान एक ऐसा देश है, जिसका देश की नीति के रूप में सीमा पार आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने का लंबा रिकॉर्ड है।ष्
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षो में भारत में पाकिस्तान के समर्थन व प्रयोजन में भीषण आतंकवादी हमलों को अंजाम दिया गया है।
स्वरूप ने कहा, ‘यह स्पष्ट है कि यह एक सप्ताह या एक महीने का मुद्दा नहीं है। वस्तुतः यह एक चुनौती है, जिसका हम कई वर्षों से, सच कहूं तो कई दशकों से सामना करते आ रहे हैं।’
उन्होंने पड़ोसी देश के साथ किसी भी शांति वार्ता के शुरू होने से इंकार करते हुए कहा, ‘हम सीमा पार से आतंकवाद को कभी स्वीकार नहीं करेंगे। पाकिस्तान को आतंकवाद रोकना चाहिए, तभी हम बात कर सकते हैं।’
स्रोतः आईएएनएस
|
Comments: