नई दिल्ली, 2 दिसम्बर (आईएएनएस)| केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को कहा कि देश के नागरिकों ने नोटबंदी के फैसले को स्वीकार कर लिया है और वे देश की अर्थव्यवस्था और समाज में परिवर्तन लाने में सहयोग कर रहे हैं। जेटली ने हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में कहा, "लोग नोटबंदी के फैसले के साथ सहयोग कर रहे हैं और देश ने इस फैसले का स्वागत किया है।"
उन्होंने आठ नवंबर के बाद से बैंकों और एटीएम के बाहर लंबी कतारों की ओर इशारा करते हुए कहा, "मुझे कोई सामाजिक अशांति दिखाई नहीं देती। कतारें अनुशासित हैं।"जेटली ने कहा, "यदि आप कतार में खड़े शख्स से नोटबंदी के बारे में पूछें तो वह कह सकता है कि वह परेशान है, लेकिन खुश हूं कि यह फैसला लिया गया।"जेटली ने काले धन से निपटने के लिए नोटबंदी को एक सामान्य फैसला बताया। उन्होंने यह भी कहा कि काला धन पिछले सात दशकों से देश में एक नियम की तरह बन गया था।जेटली ने कहा, "काला धन देश में पिछले सात दशकों से एक नियम की तरह बन गया था। हम इससे निपटना चाहते थे और इसलिए हमने एक सामान्य फैसला किया।"उन्होंने कहा कि नोटबंदी के कदम से राजनीतिक चंदा 'पारदर्शी' होगा।उन्होंने आगे कहा, "हम बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं। करदाता और ऐसे लोगों के बीच संघर्ष जारी रहेगा, जो व्यवस्था से इतर चलने की कोशिश करते हैं।"उन्होंने यह भी कहा कि 'नोटबंदी का फैसला केंद्र सरकार द्वारा काले धन के खिलाफ लिए गए कई फैसलों में से महज एक कदम' है।उन्होंने कहा, "हमने अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सहयोग की दिशा में कई कदम उठाए हैं, ताकि सही समय पर सूचना की साझेदारी सुनिश्चित की जा सके। कर चोरी का ही नतीजा है कि केंद्र व राज्यों में बजट घाटे का होता है।"उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'काले धन की रोकथाम' के लिए आठ नवंबर को 500 और 1,000 रुपये के नोटों को उसी दिन मध्यरात्रि से अमान्य घोषित करने का ऐलान किया था।--आईएएनएस
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