ये खदानें रायपुर, राजनंदगांव, बलौदाबाजार और बिलासपुर जिलों की हैं। इनमें गिट्टी, बोल्डर और ईट-मिट्टी के लिए उत्खनन पट्टा मंजूर करने की कार्रवाई ई-नीलामी के माध्यम से पूर्ण की गई।
खनिज साधन विभाग की कमान संभाल रहे मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने गौण खनिज खदानों की सफल ई-नीलामी पर विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी है।
खनिज साधन विभाग के सचिव सुबोध कुमार सिंह ने मंगलवार को बताया कि केंद्र सरकार ने जनवरी 2015 में खनिज अधिनियम में व्यापक संशोधन कर खदानों का आवंटन ई-नीलामी के जरिए करने का निर्णय लिया था, ताकि खनिज संसाधनों के आवंटन में पारदर्शिता, शीघ्रता और खनन प्रक्रिया से मिलने वाले मुनाफे में राज्यों की बेहतर हिस्सेदारी सुनिश्चित की जा सके।
इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ सरकार ने गौण खनिज नियमों में 23 मार्च 2016 को संशोधन किया और गौण खनिज खदानों की ई-नीलामी के लिए प्रावधान किए गए।इस प्रक्रिया में ऑनलाइन टेंडर आमंत्रित किए गए। प्राप्त ई-टेंडर के अनुसार राजनंदगांव जिले में तीन साधारण पत्थर खदानों के पट्टों के लिए सर्वाधिक बोली प्राप्त हुई।
इनके लिए निर्धारित रिजर्व प्राइज 20 रुपये 60 पैसे प्रति घनमीटर के विरुद्ध 83 रूपए 77 पैसे प्रति घनमीटर की अधिकतम बोली प्राप्त हुई। रायपुर जिले में पांच, बलौदाबाजार जिले में दो और बिलासपुर जिले में चार गौण खनिज खदानों की ई-नीलामी भी सफलतापूर्वक की गई।
--आईएएनएस
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